भाजपा चुनाव जीतने वाली मशीन नहीं, बल्कि एक आंदोलन है जो लोगों को जोड़ता है- भाजपा के स्थापना दिवस पर पीएम मोदी
भाजपा के 41वें स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपा के संस्थापक सदस्य डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय को नई दिल्ली स्थित भाजपा के मुख्यालय में श्रद्धांजलि दी।
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के 41वें स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपा के संस्थापक सदस्य डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय को नई दिल्ली स्थित भाजपा के मुख्यालय में श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के कार्यकर्ताओं को भी संबोधित करते हुए कहा, 'आप सभी को भाजपा स्थापना दिवस की बहुत-बहुत बधाई।
पार्टी के गौरवशाली यात्रा के आज 41 वर्ष पूरे हो रहे हैं। ये 41 वर्ष इस बात के साक्षी हैं कि सेवा और समर्पण के साथ कोई पार्टी कैसे काम करती है।' उन्होंने कहा, 'हमारी पार्टी हमेशा व्यक्ति से बड़ी पार्टी और पार्टी से बड़ा देश के मंत्र पर काम करती रही है और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के समय से यह परंपरा चली आ रही है। भारतीय जनता पार्टी को आकार और विस्तार देने वाले हमारे आदरणीय लाल कृष्ण आडवाणी जी, आदरणीय मुरली मनोहर जोशी जी जैसे अनेकों वरिष्ठों का आशीर्वाद हमें हमेशा मिलता रहा है।'
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उन्होंने आगे कहा, 'देश का शायद ही कोई राज्य या जिला होगा, जहां पार्टी के लिए 2-3 पीढ़ियां न खप गई हों। मैं इस अवसर पर जनसंघ से लेकर भाजपा तक राष्ट्र सेवा के इस यज्ञ में अपना योगदान देने वाले हर व्यक्ति को आदर पूर्वक नमन करता हूं।' पीएन ने कहा, 'डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी, अटल बिहारी वाजपेयी जी, कुशाभाऊ ठाकरे जी, राजमाता सिंधिया जी, ऐसे अनगिनत महान व्यक्तित्वों को बीजेपी के प्रत्येक कार्यकर्ता की तरफ से मैं श्रद्धांजलि देता हूँ, श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं।' वह बोले, 'डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान की शक्ति है कि हम वो स्वप्न पूरा कर पाएं। अनुच्छेद 370 हटाकर कश्मीर को संवैधानिक अधिकार दे पाएं।'
गांधी जी मूल्यों पर चल रही पार्टी
भाजपा नेता ने आगे कहा, 'पिछले साल कोरोना ने पूरे देश के सामने एक अभूतपूर्व संकट खड़ा कर दिया था। तब आप सब, अपना सुख-दुःख भूलकर देशवासियों की सेवा में लगे रहे। आपने 'सेवा ही संगठन' का संकल्प लिया, उसके लिए काम किया। गांधी जी कहते थे कि निर्णय और योजनाएं वो हों जो समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुंचाए। गांधी जी की उस मूल भावना को चरितार्थ करने के लिए हमने अथक प्रयास किया है।'
भाजपा चुनाव जीतने वाली मशीन नहीं, एक आंदोलन
उन्होंने कहा, 'यदि भाजपा चुनाव जीतती है, तो उसे 'चुनाव जीतने वाली मशीन' कहा जाता है, लेकिन यदि अन्य जीतते हैं, तो प्रशंसा होती है। जो लोग कहते हैं कि हम 'पोल जीतने वाली मशीन' हैं, वे भारत के संविधान को नहीं समझते हैं। सच्चाई यह है कि भाजपा 'चुनाव जीतने वाली मशीन' नहीं है, बल्कि एक आंदोलन है जो लोगों से जुड़ता है।' पीएम ने आगे कहा, 'आज भाजपा से गांव-गरीब का जुड़ाव इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि आज वो पहली बार अंत्योदय को साकार होते देख रहा है। आज 21वीं सदी में जन्म देने वाला युवा, भाजपा के साथ है, भाजपा की नीतियों, भाजपा के प्रयासों के साथ है।' उन्होंने आगे कहा, 'हमारी सरकार का मूल्यांकन उसके डिलिवरी सिस्टम से हो रहा है। ये देश में सरकारों के कामकाज का नया मूलमंत्र बन रहा है। बावजूद इसके, दुर्भाग्य ये है कि भाजपा अगर चुनाव जीते तो उसे चुनाव जीतने की मशीन कहा जाता है।'
भाजपा का मतलब वंशवाद की राजनीति खत्म करना
उन्होंने आगे कहा कि, 'भाजपा का मतलब वंशवाद की राजनीति खो खत्म करना। इसका मतलब योग्य लोगों के लिए अवसर। इसका मतलब पारदर्शिता और बेहतर सरकार। इसका मतलब सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास।' उन्होंने आगे कहा कि स्थानीय आकांक्षाओं की मदद से शुरू हुईं पार्टियां बाद में परिवार आधारित पार्टी बन गईं। ये दल जो धर्मनिरपेक्षता का मुखौटा पहने हुए थे, आखिरकार बेपर्दा हो रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, 'हमें सत्ता-सफलता के साथ और नम्र होना है, और सरल होना है। हमारे लिए सफलता का अर्थ है- नए संकल्पों की शुरुआत। हम कैसे देश के लिए कुछ नया कर सकते हैं, इस दिशा में लगातार सोचना है। भारत का जन-जन और देश का कण-कण हमारे लिए पवित्र है। उनकी सेवा हमारे लिए राष्ट्र सेवा है। सत्ता हमारे लिए पवित्र राष्ट्र सेवा का माध्यम है। पद हमारे लिए परिश्रम की पराकाष्ठा करने का दायित्व है। भाजपा कार्यकर्ता होना हमारे लिए जीवन मंत्र है।'
केरल-बंगाल में मिल रही कार्यकर्ताओं को धमकियां
पीएम ने आगे कहा, 'केरल और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में हमारे कार्यकर्ताओं को धमकियां दी जाती हैं, उन पर हमले होते हैं, उनके परिवार पर हमले होते हैं।लेकिन अपनी विचारधारा के लिए वो अडिग रहते हैं, डटे रहते हैं। वहीं वंशवाद और परिवारवाद का हश्र भी 21वीं सदी का भारत देख रहा है।' वह बोले, 'आज गलत नरैटिव बनाए जाते हैं- कभी CAA को लेकर,कभी कृषि कानूनों को लेकर,कभी लेबर लॉ को लेकर, बीजेपी के प्रत्येक कार्यकर्ता को समझना होगा कि इसके पीछे सोची-समझी राजनीति है, ये एक बहुत बड़ा षड़यंत्र है। इसका मकसद है देश में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करना। इसलिए देश में तरह-तरह की अफवाहें फैलाई जाती हैं, भ्रम फैलाया जाता है। कभी कहा जाता है संविधान बदल दिया जाएगा। कभी कहा जाता है आरक्षण समाप्त कर दिया जाएगा। ये सब कोरे झूठ होते हैं।'