मोदी के बेहद करीबी रहे जगदीश ठक्कर का निधन, पीएम ने जताया शोक, कहा- एक बेहतरीन शख्स खो दिया
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी कहे जाने वाले वरिष्ठ पत्रकार जगदीश ठक्कर की मौत हो गई है। पीएमओ के पीआरओ जगदीश ठक्कर के निधन पर पीएम मोदी बेहद दुखी हैं, उन्होंने ठक्कर के परिवार से मुलाकात की। इसकी जानकारी पीएम मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर दी। बता दें कि नरेंद्र मोदी जगदीश ठक्कर ने 17 साल तक साथ काम किया। इसलिए मोदी के वह बेहद करीब थे। मोदी ने दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, 'कई पत्रकार वर्षों से जगदीशभाई के साथ लगातार संपर्क में रहे होंगे। उन्होंने गुजरात के कई मुख्यमंत्रियों के साथ काम किया। हमने एक बेहतरीन शख्स खो दिया, जिन्हें अपने काम से प्रेम था और जिसे उन्होंने अत्यंत परिश्रम के साथ किया। उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।'
कुछ समय से बीमार थे, AIIMS में चल रहा था इलाज
72 साल के ठक्कर पिछले कुछ समय से बीमार थे और इस साल सितंबर से दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज चल रहा था। ठक्कर पीएम मोदी के साथ तब से काम कर रहे थे जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे। पीएम का कार्यभार संभालने के बाद मोदी ने उन्हें पीएमओ बुला लिया था। तीन दशकों से ज्यादा समय में उन्होंने गुजरात के लगभग दर्जनभर मुख्यमंत्रियों के साथ काम किया है।
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6 फुट लंबे ठक्कर के चेहरे पर हमेशा रहती थी मुस्कान
ठक्कर ने साल 1986 में गुजरात में मुख्यमंत्री दफ्तर के जनसंपर्क अधिकारी का काम संभाला। अपने काम के चलते वे सीएमओ के सबसे भरोसेमंद व्यक्ति के रूप में पहचाने जाने लगे। ठक्कर को जानने वाले लोग उन्हें मृदुभाषी और एक सज्जन पुरुष के रूप में याद करते हैं। करीब 6 फ़ुट लंबे ठक्कर जब कभी पत्रकारों से रूबरू होते तो उनके चेहरे पर हमेशा मुस्कान रहती। मीडिया से रोजाना इस्तेकबाल होने के बावजूद ठक्कर खुद को पर्दे के पीछे रखना ही पसंद करते थे। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत गुजरात के तटीय शहर भावनगर में एक स्थानीय समाचार पत्र के पत्रकार के तौर पर की थी।
इन मुख्यमंत्रियों संग किया काम, मादी ने पीएमओ में बुलाया
अमर सिंह चौधरी के साथ शुरू हुआ ठक्कर का मुख्यमंत्री दफ्तर में पीआरओ का सिलसिला बाद में माधव सिंह सोलंकी, चिमनभाई पटेल, छबिलभाई मेहता, केशुभाई पटेल, सुरेश भाई मेहता, शंकर सिंह वाघेला, दिलीप पारिख और नरेंद्र मोदी तक चला।वे गुजरात की मुख्यमंत्री आंदनीबेन पटेल के साथ भी कुछ वक़्त तक रहे और बाद में उन्हें पीएमओ बुला लिया गया।