ब्लॉग पर मोदी ने लिखा, ये जख्मों पर मरहम लगाने का वक्त
मोदी ने अपने ब्लॉग में लिखा कि यह आगे की ओर देखने का सही समय है। यह एक-दूसरे के साथ जुड़ने का समय है। लोगों को राजनीति से ऊपर रखिए, उम्मीद को निराशा से ऊपर रखिए, घाव पर मरहम लगाइए, अलगाव के ऊपर एकजुटता को रखिए और भेदभाव के ऊपर विकास को रखें।
मोदी ने आगे लिखा कि चुनाव प्रचार के दौरान मिल-जुल कर चलने की भावना अस्थाई तौर पर खत्म गई थी, लेकिन चुनाव के बाद अब इसे फिर से कायम करने का वक्त है। मोदी ने भी माना कि इस बार काफी तल्ख चुनाव प्रचार था जिसमें खुश करने वाले और गरमागरमी के पल दोनों ही देखने को मिले।
मोदी ने अपील की कि अब जब कि चुनाव प्रचार खत्म हो गया है जो जरुरत है कि चुनाव प्रचार की गरमागरमी को पीछे छोड़ दिया जाए और आगे की ओर देखा जाए। इस बात से ऊपर उठकर कि 16 मई को कौन जीतता है, हमें एक अरब भारतीयों का सपना प्रभावित नहीं होने देना चाहिए।
उन्होंने लिखा है कि राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों की अलग-अलग विचारधाराएं हैं, लेकिन हमारा लक्ष्य एक है, भारत के लिए काम करना और हमारे युवाओं की अकांक्षाओं को पूरा करना है। ब्लॉग के जरिए कांग्रेस पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा कि चुनाव का एजेंडा तय करने वाली सत्तारूढ़ पार्टी ना तो सक्रिय रही और न ही उत्तरदायी रही।
मोदी ने सोशल मीडिया की भूमिका की सराहना की और कहा कि इसके कारण कई नेताओं के झूठे और फर्जी वादे उनके रैली के मंच से बाहर नहीं जा सके। उन्होंने सोशल मीडिया को अधिक शक्ति देने की मांग की।