मुजफ्फरपुर केस को लेकर अखिलेश यादव का JDU-BJP पर हमला, कहा- बेटी बचाओ का नारा भी जुमला निकला
विपक्षी हमलों के बीच अब बिहार सरकार पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी निशाना साधा है।
नई दिल्ली। मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस को लेकर बिहार की नीतीश सरकार घिरती हुई नजर आ रही है। इस मामले पर नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग को लेकर जहां आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ दिया है, वहीं दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल ने चिट्ठी लिखकर इस केस में बिहार सरकार के रवैये का आलोचना की है। विपक्षी हमलों के बीच अब बिहार सरकार पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी निशाना साधा है।
'अब तो इनके समर्थक भी विरोध में हैं'
अखिलेश यादव ने शनिवार को बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए ट्वीट कर कहा, 'बिहार के सत्ताधारियों के शेल्टर होम में बच्चियों से बलात्कार ने ‘बेटी बचाओ' के नारे को भी जुमला बना दिया है। अब तो इनके समर्थक भी विरोध में हैं और ये सोचकर ‘शर्मसार' भी कि वो अब तक कैसे लोगों का साथ दे रहे थे। जेडीयू-भाजपा की सरकार को नैतिकता के नाम पर तुरंत इस्तीफ़ा देना चाहिए।'
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स्वाती मालीवाल ने लिखी नीतीश को चिट्ठी
इससे पहले, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल ने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में 34 लड़कियों के साथ कथित तौर पर रेप और हिंसा को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखी। मालीवाल ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि वो दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष हैं और बिहार उनका कार्यक्षेत्र नहीं है। ऐसे में वह ये चिट्ठी महिला आयोग की अध्यक्ष नहीं, बल्कि एक महिला होने के नाते लिख रही हैं। मालीवाल ने अपनी चिट्ठी में बेहद कड़े शब्दों में नीतीश कुमार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए उन्हें मामले में सख्त एक्शन लेने को कहा।
सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान
आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में बच्चियों के साथ रेप का मामला तब सामने आया था, जब टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस ने अपनी ऑडिट रिपोर्ट बिहार सरकार को सौंपी थी। मामला सामने आने के बाद से बिहार की नीतीश सरकार विपक्ष के निशाने पर है। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने भी स्वत: संज्ञान लेते हुए बिहार और केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर विस्तृत जवाब मांगा है।