मुस्लिम महिला ने मंदिर में दिया बेटे को जन्म, नाम रखा गणेश
मुंबई। देश में भले ही आज लोग धर्म की राजनीति करें लेकिन भगवान की नजर में हर इंसान उसके दिल के करीब है, उसे ये बिल्कुल फर्क नहीं पड़ता कि वो इंसान मुस्लिम है या फिर हिंदू।
7 साल की ये मुस्लिम लड़की को याद है गीता के पूरे श्लोक
आज भी देश में अच्छे लोग हैं जो मजहब की लड़ाई से बहुत ऊपर है जिसका ताजा उदाहरण है मुंबई की यह घटना। दरअसल सोमवार को इलियाज नाम का एक मुस्लिम व्यक्ति अपनी बीवी नूरजहां को प्रसव के लिए अस्पताल ले जा रहा था टैक्सी में लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही महिला की हालत काफी बिगड़ गई जिस पर टैक्सी वाले ने उन दोनों को जबरदस्ती ही रास्ते में उतार दिया क्योंकि उसे लग रहा था कि कहीं प्रसव उसकी टैक्सी में ही ना हो जाये।
टैक्सी चालक ने गर्भवती महिला को बीच सड़क पर उतारा
अपनी बीवी की घबरायी हालत देखकर इलियाज उसे पास के एक गणेश मंदिर में ले गया और वहां की सीढि़यों पर उसे बैठाकर दूसरी टैक्सी का इंतजाम करने चला गया। नूरजहां की हालत देखकर मंदिर में बैठीं महिलाओं ने उसे अंदर बुला लिया और आस-पास के घरों से कपड़े, साड़ी और पानी मंगाकर नूरजहां का प्रसव कराया।
गणेश भगवान के मंदिर में बच्चे ने लिया जन्म
जब तक इलियाज वापस आया उसकी संतान ने जन्म ले लिया था और वो पूरी तरह से स्वस्थ था। इलियाज और नूरजहां की खुशी का अंदाजा आप लगा ही नहीं सकते। दोनों ने भगवान गणेश जी को हाथ जोड़कर प्रणाम किया और मंदिर की महिलाओं को धन्यवाद दिया। दोनों ने अपने बच्चे का नाम ही गणेश रख दिया। नूरजहां ने कहा कि ये ऊपर वाले की कृपा ही थी मैं दर्द से कराहती हुई मंदिर पहुंची और उन्होंने मुझे ये बालक दिया, ये मुझे गणेश भगवान की कृपा से मिला है इसलिए मेरे लिए ये गणेश ही है।