लॉकडाउन में मां ने भेजा घर का राशन लाने, बेटा दूल्हन लेकर लौटा
लखनऊ। कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन है, ऐसे में हर कोई अपने घर में ही रहने को मजबूर। सरकार की ओर से सिर्फ उन्हीं लोगों को घर से बाहर निकलने की अनुमति दी गई है, जिन्हें बहुत जरूरी हो। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग एक अहम हथियार है। लेकिन इस बीच उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने हर किसी को दंग कर दिया है। दरअसल यहां एक व्यक्ति घर से बाहर जरूरी रोजमर्रा की वस्तुएं लेने के लिए गया था, लेकिन जब वह वापस घर लौटा तो उसकी मां ने उसे घर में आने देने से इनकार कर दिया।
रोती हुई मां बोली, शादी नहीं स्वीकार
साहिबाबाद की पुलिस भी इस घटना को सुनकर दंग रह गई थी, जब उन्हें इस बात की जानकारी मिली। दरअसल महिला पुलिस स्टेशन पहुंची और उसने पुलिस से इस बात की शिकायत दर्ज कराई कि उसने अपने बेटे को राशन लाने के लिए बाजार भेजा था, लेकिन वह वापस पत्नी लेकर लौटा। मां की आंखों में आंसू थे, उसने पुलिस के सामने रोते हुए कहा कि मैंने अपने बेटे को घर का राशन लाने के लिए भेजा था, लेकिन वह वापस अपनी पत्नी लेकर लौटा, मैं इस शादी को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हूं।
हरिद्वार में की थी शादी
वहीं महिला के बेटे गुड्डू (26) का कहना है कि उसने सविता से हरिद्वार के आर्य समाज मंदिर में दो महीने पहले ही शादी कर ली थी। लेकिन हमे उस वक्त शादी का सर्टिफिकेट नहीं मिल सका था क्योंकि गवाह नहीं मिला था। जिसके बाद मैंने फैसला लिया कि मैं फिर से हरिद्वार जाउंगा और अपना शादी का सर्टिफिकेट लेकर आउंगाा, लेकिन लॉकडाउन होने की वजह से मैं जा नहीं सका।
किराए के घर में रहती थी दूल्हन
गुड्डू ने बताया कि हरिद्वार से लौटने के बाद सविता दिल्ली में किराए के मकान में रह रही थी। लेकिन आज मैंने फैसला लिया कि मैं उसे अपने घर लाऊंगा और अपनी मां से मिलाउंगा। दरअसल मेरी पत्नी जहां किराए पर रह रही थी, वहां मकान मालिक ने घर खाली करने को कहा था। वहीं इस समस्या का समाधान पुलिस के पास भी नहीं है, हालांकि उन्होंने सविता के मकान मालिक से कहा है कि लॉकडाउन के बीच उसे घर में ही रहने दें।