दुनिया की पहली ISO प्रमाणित सरकार बनाएंगे नरेंद्र मोदी
केंद्र सरकार के परफॉर्मेंस मैनेजमेंट डिविजन के सचिव प्रजापति त्रिवेदी ने सभी मंत्रालयों और विभागों को पत्र लिखा है, जिससे मोदी की मंशा ज़ाहिर हो गई है। पत्र में कहा गया है कि हम सामूहिक प्रयास से विश्व की पहली 'आईएसओ 9001' अमल में लाने वाली सरकार बनेंगे। इसका मुख्य लक्ष्य सरकार के सभी विभागों की निर्णय क्षमता में तेजी लाना और कामकाज में पेशेवर रवैया अपनाना है।
गुजरात में रहते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय को 'आईएसओ 9001' सर्टिफाइड बनाया गया था। पत्र में कहा गया है कि परफॉर्मेंस डिविजन और कैबिनेट सचिवालय केंद्र में भी इस पर अमल करना चाहता है। साथ ही, कहा गया है कि प्रधानमंत्री की लीडरशिप में सभी विभाग यह काम जल्द कर लेंगे। इस काम के लिए परफॉर्मेंस डिविजन और कैबिनेट सचिवालय सभी विभागों को टेक्निकल सपोर्ट देगा
'आईएसओ 9001' सर्टिफिकेट होता क्या है
यह इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर स्टैंडर्डाइजेशन द्वारा गुणवत्ता के लिए तय किया गया मानक है। इसमें लीडरशिप, निर्णय लेने में ऑब्जेक्टिव अप्रोच, एक-दूसरे से जुड़ी प्रक्रियाओं को एक ही सिस्टम के तहत मैनेज करना, दस्तावेज का बेहतर रख-रखाव, प्रभावी व त्वरित कामकाज, गुणवत्ता पर फोकस करते हुए लोगों की भागीदारी तय करना और लोगों की भागीदारी की प्रक्रिया शामिल है। इन मानकों पर खरा उतरने पर सर्टिफिकेशन संस्था प्रमाण पत्र भी जारी करती है।
अब ये होगी प्रक्रिया
1.
सभी
विभागों
को
'आईएसओ
9001'
कंसल्टेंट
नियुक्त
करके
तय
मानकों
पर
काम
करना
होगा।
केंद्र
के
72
विभागों
में
से
37
में
पहले
से
ही
यह
प्रक्रिया
चलन
में
है।
2.
सभी
विभागों
में
क्वालिटी
काउंसिल
ऑफ
इंडिया
और
इंस्टिट्यूट
ऑफ
पब्लिक
इंटरप्राइजेज
के
विशेषज्ञ
गुणवत्ता
सुधारने
के
गुर
सिखाने
के
लिए
भजे
जाते
हैं।
3.
जो
भी
विभाग
'आईएसओ
9001'
के
मानकों
पर
पूरा
उतरेगा
उसे
परफॉर्मेंस
के
लिए
100
फीसदी
अंक
मिलेंगे।