लड़ते आंध्र-तेलंगाना के सीएम, किया केन्द्र ने किनारा
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और पड़ोसी तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के बीच चल रही खुल्लम-खुल्ला अदावत पर केन्द्र ने किसी का भी साथ न देने का फैसला किया है। केन्द्र नायडू से भी दरियां बना रहा है, हालांकि नायडू की पार्टी तेलुगू देशम पार्टी(टीडीपी) एनडीए गठबंधन का हिस्सा है।
राज्यपाल पहल करें
राजधानी में आंध्र भवन के सूत्रों ने बताया कि केन्द्र सरकार ने आंध्र के राज्यपाल एएसएल नरसिंहम से कहा है कि वे नायडू और राव में आपसी मन-मुटाव को दूर कर दें। वे इस बाबत दोनों से मिलें। दोनों के पक्षों को सुनने के बाद उन्हें समझाएं कि उनके लड़ने से दोनों राज्यों का विकास ठप हो जाएगा।
केश फोर वोट
बता दें दोनों के बीच में ताजा विवाद आंध्रप्रदेश में विधानपरिषद चुनाव के लिए केश फोर वोट केस का विवाद गंभीर हो गया है। चंद्रबाबू नायडू और मनोनीत विधायक एलविस स्टीफंसन के बीच एक कथित बातचीत का आडियो टेप सामने आया था। नायडू इस टेप के जारी होने के पीछे तेलंगाना के मुख्यमंत्री राव को दोषी भी मान रहे थे।
शिकायत की
वे राव की शिकायत करने पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी मिले थे। मोदी ने नायडू ने कोई वादा नहीं किया। मोदी ने उनस देख लेंगे वाले अंदाज में बात की।
गुरु- चेला थे
आंध्र प्रदेश की सियासत को जानने-समझने वालों को पता है कि एक दौर में राव चेले थे नायडू के। पर बाद में उन्होंने तेलंगाना राज्य की राजनीति करनी चालू कर दी। इसके चलते दोनों में दूरियां बढ़ीं। नायडू तेलंगाना राज्य के गठन का विरोध कर रहे थे, वहीं राव इसकी स्थापना को लेकर आंदोलनरत थे।