क्या ऐसे होगा देश में टीकाकरण? सीरम इंस्टीट्यूट को ऑर्डर की गई भारत की आबादी की सिर्फ 4% वैक्सीन
क्या ऐसे होगा देश में टीकाकरण? सीरम इंस्टीट्यूट को ऑर्डर की गई भारत की आबादी की सिर्फ 4% वैक्सीन
नई दिल्ली, 04 मई: भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है। हर दिन साढ़े तीन लाख से ज्यादा कोविड-19 के नए मरीज सामने आ रहे हैं। कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए सरकार ने 1 मई से 18+ वालों को भी वैक्सीनेट करने का अभियान चलाया है। लेकिन भारत में इस वक्त वैक्सीन की कमी हो रही है। कई राज्यों में वैक्सीनेशन अभियान वैक्सीन की कमी से बंद किया गया है। वैक्सीन प्रोडक्शन से जुड़े एक जानकार शख्स ने दावा किया है कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने पिछले साल दिसंबर से लेकर अभी तक सिर्फ 110 मिलियन यानी 11 करोड़ वैक्सीन डोज के लिए ही सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) को ऑर्डर दिया है। यह संख्या भारत की कुल आबादी का सिर्फ 4 प्रतिशत है। तो ऐसे में सबसे बड़ा सवाल उठता है कि क्या देश का टीकाकरण इसी रफ्तार से होगा।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया भारत में कोविशील्ड वैक्सीन को बना रही है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया विश्व की सबसे बड़ी फार्मा कंपनियों में से एक है। देश में इस वक्त राज्य सरकारों को वैक्सीन नहीं मिल पा रही है। कई राज्यों ने केंद्र सरकार की इस बात को लेकर आलोचना की है।
18+ वालों के वैक्सीनेशन अभियान शुरू होने से कुछ दिन पहले केंद्र और राज्य सरकारें दोनों ही सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से बड़ी संख्या में वैक्सीन की डिमांड कर रही है। हालांकि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कहा है कि वैक्सीन उत्पादन की क्षमता को रातों-रात नहीं बढ़ाया जा सकता है। दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता फार्म कंपनी के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है कि पिछले एक महीने में सीरम इंस्टीट्यूट को उनकी क्षमता से ज्यादा प्रोडक्शन करने के लिए बोला जा रहा है। हालांकि हमने इस बात को ध्यान में रखा है लेकिन हम फिलहाल एक महीने में सिर्फ 60 से 70 मिलियन तक डोज की बनाने में सक्षम है। लेकिन हमारी कोशिश है कि जुलाई में इसे हम 10 मिलियन कर लेंगे।
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अदार पूनावाला ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि भारत में वैक्सीन की डिमांड को लेकर उनको कई पावरफुल लोगों ने धमकियां दी है। इसी वजह से वह पत्नी और बच्चों के संग ब्रिटेन लंदन में शिफ्ट हो गए हैं। हालांकि उन्होंने कहा है कि सीरम इंस्टीट्यूट वैक्सीन उत्पादन में कोई कमी नहीं करने की कोशिश कर रहा है।