मिसाइलमैन टीपू के पास थी 'राम' नाम की अंगूठी!
टीपू सुल्तान की जयंती को लेकर फिर विवाद. जानिए उनसे जुड़ी कुछ अहम चीजें.
'टाइगर ऑफ मैसूर' कहे जाने वाले टीपू सुल्तान की जयंती पर हर साल विवाद होता है. इस साल भी केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने इस विवाद को जन्म दे दिया.
अनंत कुमार हेगड़े ने कर्नाटक सरकार के टीपू जयंती मनाने के फ़ैसले की निंदा की और टीपू को 'बर्बर हत्यारा और बलात्कारी' बताया. इससे पहले भी कर्नाटक में टीपू सुल्तान की जयंती मनाने को लेकर विवाद हो चुका है.
टीपू सुल्तान को एक बहादुर शासक बताया जाता है जिन्होंने 18वीं सदी में ब्रिटिश उपनिवेशवाद से लोहा लिया था. उनकी छवि एक धर्मनिरपेक्ष शासक की रही, लेकिन अब कहा जा रहा है कि टीपू सुल्तान ने अपने शासनकाल के दौरान लगभग 800 मंदिर गिरा दिए थे.
आपको बताते हैं टीपू सुल्तान से जुड़ी वो चीजें जो उन्हें ख़ास बनाती हैं.
टीपू की करोड़ों की तलवार
टीपू सुल्तान की रत्नजड़ित तलवार की नीलामी साल 2015 में लंदन में की गई थी. उस समय इस तलवार को 21 करोड़ रुपये में नीलाम किया गया था.
इस तलवार की मूठ पर टीपू के शासन का प्रतीक चिन्ह रत्नजड़ित बाघ बना हुआ था.
'राम' नाम वाली अंगूठी
टीपू सुल्तान के पास राम नाम वाली ख़ास सोने की अंगूठी थी. माना जाता है कि एक ब्रिटिश जनरल ने ये अंगूठी उनके शव से निकाल ली थी.
इस अंगूठी की नीलामी साल 2014 में क्रिस्टीज़ नीलामीघर ने की थी. क्रिस्टीज़ की वेबसाइट के अनुसार इस अंगूठी का वज़न 41 ग्राम था.
टीपू के रॉकेट
लंदन के मशहूर साइंस म्यूज़ियम में टीपू सुल्तान के कुछ रॉकेट रखे गए हैं. अंग्रेज़ इन्हें 18वीं सदी के अंत में अपने साथ ले गए थे.
ये रॉकेट दिवाली में फोड़े जाने वाले रॉकेट बम से थोड़े ही बड़े दिखते हैं. पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ने अपनी किताब 'विंग्स ऑफ़ फ़ायर' में लिखा है कि उन्होंने नासा के एक सेंटर में टीपू की सेना की रॉकेट वाली पेंटिग देखी थी.
टीपू और उनके पिता हैदर अली ने दक्षिण भारत में दबदबे की लड़ाई में अक्सर रॉकेट का इस्तेमाल किया. ये रॉकेट उन्हें ज्यादा कामयाबी नहीं दिला पाए ये दुश्मन में खलबली ज़रूर फैलाते थे.
टीपू की तोप
साल 2010 में जब टीपू सुल्तान के शस्त्रागार की नीलामी हुई तो उसमें तलवार और बंदूकों के साथ एक दुर्लभ तोप भी नीलाम की गई थी.
इस तोप की लंबाई ढाई मीटर से ज़्यादा थी. उस समय यह तोप अपनी अनुमानित कीमत से लगभग तीन गुना अधिक कीमत 3 लाख पाउंड से अधिक में नीलाम हुई थी.