गुजरात से यूपी आ रहे मजदूरों को योगी सरकार ने नहीं दी अनुमति, नाराज वर्कर्स ने पुलिस पर फेंका पत्थर
नई दिल्ली। गुजरात के सूरत में उत्तर प्रदेश के सैकड़ों प्रवासी मजदूर जोकि लॉडाउन की वजह से यहां फंस गए थे, वह वापस अपने प्रदेश नहीं जा पा रहे हैं। दरअसल उत्तर प्रदेश सरकार ने इन्हें उनके प्रदेश में वापस भेजे जाने की अनुमति के बावजूद प्रदेश में आने से रोक दिया है। यूपी सरकार ने इन तमाम मजदूरों को सूरत से यूपी लेकर आ रही बसों को रोक दिया है और उन्हें प्रदेश में आने की अनुमति नहीं दी है। सूरत के पुलिस कमिश्नर आरबी ब्रम्हभट्ट ने शनिवार को बताया कि इन्हें यूपी में आने की अनुमति नहीं दी गई है।
सूरत के कमिश्नर ने बताया कि गुजरात और यूपी की सरकार इस मसले के समाधान के लिए बात कर रही हैं। उन्होंने कहा कि भ्रम की वजह से कुछ मजदूर वापस सूरत जा रहे हैं। तकरीबन 40-50 बसें यूपी के प्रवासी मजदूरों को लेकर जा रही हैं, उन्होंने सूरत से जाने के लिए पास दिया गया है, लेकिन उन्हें यूपी सरकार द्वारा पास नहीं मिलने की वजह से रोक दिया गया है। दोनों सरकारों के बीच कुछ तकनीकी मसले हैं, जिसका समाधान होने के बाद मजदूरों को वापस भेजा जाएगा।
वहीं इन बसों को जब वडोदरा वघोडिया करीब हलोल चेक पोस्ट पर रोका गया तो नारा मजदूरों ने पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। वघोड़िया पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने बताया कि बसों को वैद्य पास नहीं होने की वजह से रोक दिया गया। कुछ मजदूरों ने इसका विरोध किया और पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। हमे हल्का बल प्रयोग करना पड़ा और स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए उनपर लाठी चार्ज करना पड़ा। अज्ञात लोगों के खिलाफ दंगा, अवैध रूप से इकट्ठा होने, लोगों को घायल करेन का मामला दर्ज किया गया है, लेकिन अभी तक किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है।