किसान आंदोलन के समर्थन में मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, कहा- मैंने रुकवाई राकेश टिकैत की गिरफ्तारी
किसान आंदोलन के समर्थन में मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, कहा- मैंने रुकवाई राकेश टिकैत की गिरफ्तारी
बागपत: मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने किसान आंदोलन का समर्थन किया है। तीन कृषि कानून को खिलाफ महीनों से जारी किसान आंदोलन के समर्थन में मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि किसानों की मांग बहुत हद तक सही है। सरकार को उनकी बात सुननी चाहिए। रविवार (14 मार्च) को सत्यपाल मलिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से किसानों को निराश नहीं करने की अपील की है। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने ये भी दावा किया है कि उन्होंने किसान नेता राकेश टिकैत की गिरफ्तारी रुकवाई है। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने ये बयान अपने गृह जिले बागपत में अभिनंदन समारोह में दिया।
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बागपत में 14 मार्च को सत्यपाल मलिक ने कहा, केंद्र सरकार फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी मान्यता दे देती है तो किसान मान जाएंगे। देश में अभी कोई भी कानून किसानों के पक्ष में नहीं है, वो जिधर भी जाते हैं उनपर लाठीचार्ज हो जाता है। जिस देश का किसान और जवान संतुष्ट नहीं होगा, उस देश को कोई भी नहीं बचा सकता है।
सत्यपाल मलिक उत्तर प्रदेश में अपने पैतृक जिले बागपत के अमीनगर सराय कस्बे के शैलचंद इंटर कॉलेज में अपने सत्कार समारोह के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को किसानों के आंदोलन के बारे में पत्र लिखा था लेकिन यह मामला अनसुलझा रहा।
सत्यपाल मलिक ने कहा, हालांकि एक राज्यपाल को कुछ मुद्दों पर चुप रहना चाहिए था, लेकिन मैं इस मानक के खिलाफ गया क्योंकि मैं भी एक किसान का बेटा हूं और किसानों के दर्द और समस्याओं को समझता हूं।
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने यह भी दावा किया कि उन्होंने किसान नेता राकेश टिकैत की गिरफ्तारी को रोका जब उन्होंने इसके बारे में अफवाहें सुनीं। उन्होंने कहा, मैंने किसानों की गिरफ्तारी का विरोध किया और सरकार को उनके खिलाफ बल प्रयोग न करने की सलाह दी। यह सुनिश्चित किया कि वे खाली हाथ न जाएं।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा, ''देश में किसानों का बुरा बहुत हाल है। किसान हर दिन गरीब होता जा रहा है। सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की सैलरी हर तीन साल में बढ़ जाती है। किसान जो बोता है वो सस्ता है और जो खरीदता है वो महंगा है। किसानों की समस्या हल कराने के लिए मैं हर कोशिश करूंगा।''