मथुरा अतिक्रमण- 21 लोगों की मौत, अखिलेश यादव ने दिये जांच के आदेश
मथुरा। अवैध कब्जा हटाने गयी पुलिस पर जिस तरह से कब्जाधारियों ने हमला बोला वह कई लोगों की मौत की वजह साबित हुई। इस मुठभेड़ में अबतक कुल 21 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में दो पुलिसकर्मी सहित 19 कब्जेधारियों ने भी अपनी जान गंवायी है।
गुरुवार को मथुरा के जवाहर बाग में बागवानी विभाग के पास तकरीबन 250 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जे को हटाने गयी पुलिस पर अचानक से कब्जेधारियों ने हमला बोल दिया। पुलिस को इस हमले की बिल्कुल भी जानकारी नहीं और पुलिस इसकी तैयारी के बिना ही मौके पर पहुंची थी।
मथुरा अतिक्रमण- 21 लोगों की मौत
कब्जाधारी पहले से ही घात लगाये बैठे थे और उन्होंने नक्सलवादियों की तरह पुलिस पर हमला बोल दिया। जबतक पुलिस हालात को समझ पाती विवाद काफी बढ़ चुका था और कब्जाधारियों की ओर से गोलियां चलने लगी। जवाबी कार्यावाही में पुलिस ने रबर बुलेट का पहले इस्तेमाल किया लेकिन हालात काबू से बाहर जाता देख पुलिस ने कब्जाधारियों में गोलियां चलायी।
इस कार्यवाही में 12 पुलिसकर्मी बुरी तरह से घायल हो गये। जबकि एसओ और एसपी की गोली लगने से मौत हो गयी। पुलिस की फायरिंग में अबतक 19 कब्जाधारियों के मारे जाने की खबर है। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मामले की जांच के आदेश दे दिये हैं।
दरअसल दो दिन पहले ही जवाहर बाग में कब्जे को हटाने के लिए नोटिस दी गयी थी कि इसे 24 घंटे के भीतर खाली कर दिया जाए। लेकिन जब कब्जा नहीं हटा तो पुलिस बल के साथ स्थानीय प्रशासन मौके पर कब्जा हटाने के लिए पहुंचा। पुलिस इस अभियान को साधारण कब्जा अभियान के तहत हटाने के लिए पहुंची जिसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ा।
पुलिस की योजना इस कदर विफल रही कि जबतक वह इस बात का अंदाजा लगा पाते तब तक कब्जाधारियों ने गोलियां बरसानी शुरु कर दी। इस फायरिंग में एडिशनल एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी, सिटी मजिस्ट्रेट रामअरज यादव, एसओ प्रदीप कुमार और एसओ संतोष कुमार यादव को गोली लगी। जिसके बाद पुलिस पूरी तरह से हरकत में आ सकी।
इस घटना के बाद एडीजी लॉ एंड आर्डर दलजीत सिंह चौधरी ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस हादसे में 12 पुलिसवाले घायल हैं जिनका इलाज चल रहा है। अब तक कुल 19 कब्जाधारियों के शव बरामद हुए हैं। घटना में कुल 200 लोग घायल हुए हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को 20 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है। उन्होंने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच का भी आदेश दिया है।