शहीद की विदाई में उमड़ा सैलाब, बेटे ने कहा- शहादत पर गर्व है, पाकिस्तान पर कार्रवाई हो
नई दिल्ली। जम्मू के सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में पाकिस्तान रेंजर्स की कायराना हरकत का शिकार हुए शहीद नरेंद्र सिंह (51) का गुरुवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। बड़े बेटे मोहित ने शहीद को मुखाग्नि दी। बेटे ने पिता की शहादत पर गर्व जताया है। शहीद जवान को अंतिम विदाई देने के लिए हजारों लोग उमड़े। मौजूद लोगों के मन में एक तरफ पाकिस्तान की नापाक हरकत पर गुस्सा था तो दूसरी तरफ शहीद जवान के गम में आंखें नम थीं।
पिता की शहादत से दुखी उनके बेटे मोहित ने पाकिस्तान की बर्बरता पर सरकार से ऐक्शन लेने की बात कही। उन्होंने कहा, यह हमारे लिए भी गर्व का विषय है। हर कोई तिरंगे में लिपटने का मौका नहीं पाता, लेकिन हम सिर्फ गर्व ही महसूस नहीं कर सकते। आज हम गर्व करे रहे हैं, कल कोई और मारा जाएगा, हम फिर से गर्व करेंगे। हम यह मांग करते हैं कि इस पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
मोहित ने कहा कि, ने कहा, आज हमें गर्व है, लेकिन 2 से 3 दिन बाद क्या होगा, जब हमें कोई सहायता नहीं मिलेगी? मैं और मेरा भाई बेरोजगार हैं। मेरे पति परिवार के अकेले कमाऊ सदस्य थे और देश की सेवा करते हुए चले गए। मैं चाहता हूं कि अथॉरिटी हमें वे चीजें मुहैया कराए, जिनकी हमें जरूरत है। बृहस्पतिवार को शहीद नरेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार सुबह 7 बजे दिल्ली से सीधे उनके गांव थाना कलां लाया गया। अंतिम दर्शन करने के लिए आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग जुटे।
गुरुवार को कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सूरजेवाला नरेंद्र सिंह के परिजनों से मिलने पहुंचे। नरेंद्र सिंह के परिजनों से मिलकर रणदीप ने उन्हें सांत्वना दी। सूरजेवाला ने कहा, कहां गया 56 इंच का सीना और कहां गई लाल आंख? कहां गया एक के बदले दस सिर लाने का वादा? सरकार भ्रष्ट लोगों के बारे में तो सोच रही है, लेकिन जवानों के बारे में नहीं। मोदी जी राजनीतिक लाभ के लिए सेना का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन सुरक्षा के बारे में नहीं सोचते। देश आपसे जवाब चाहता है।
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