मणिपुर: मुख्यमंत्री को बताया पीएम-आरएसएस का चमचा, पत्रकार को एक साल की जेल
नई दिल्ली। मणिपुर में पत्रकार को मुख्यमंत्री के खिलाफ टिप्पणी करने की वजह से एक साल की सजा सुनाई गई है। नेशनल सेक्युरिटी एक्ट के तहत पत्रकार को हिरासत में ले लिया गया है। दरअसल पत्रकार ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर टिप्पणी की थी, जिसके बाद उसे एक साल की सजा सुनाई गई है। सरकार के अनुसार 39 वर्षीय किशोरचंद्र वांगखेम को पहले 27 नवंबर को हिरासत में लिया गया था, जिससे कि उन्हें किसी भी ऐसे में मामले में हस्तक्षेप करने से रोका जा सके जो कि कोर्ट में लंबित है और जिसकी वजह से कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है।
दरअसल पत्रकार ने फेसबुक पर एक वीडियो साझा किया है जिसमे मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री मोदी और आरएसएस का चमचा कहा गया है। पत्रकार ने सीएम पर इसलिए निशाना साधा था क्योंकि रानी लक्ष्मीबाई के जन्मदिन के मौके पर कांर्यक्रम का आयोजन किया गया था, बावजूद इसके कि उनका मणिपुर से कोई लेना देना नहीं है। सूत्रों की मानें तो इस वीडियो क्लिप में उन्होंने प्रदेश सरकार को चुनौती दी थी कि वह उसे गिरफ्तार करके दिखाए। एक अन्य पोस्ट में पत्रकार ने कहा कि लोगों को धोखा मत दीजिए, मणिपुर के स्वतंत्रता सेनानियों को अपमान मत कीजिए।
वांगखेम के वकील एन विक्टर ने कहा कि कानून और सत्ता का यह बेजा इस्तेमाल है। जल्द ही वांगखेम का परिवार एनएसए के तहत की गई कार्रवाई को कोर्ट में चुनौती देगी। जानकारी के अनुसार पत्रकार ने स्थानीय चैनल की नौकरी छोड़ने के बाद फेसबुक पर यह पोस्ट किया था। वहीं प्रदेश के गृहमंत्री चरनजीत सिंह ने बयान जारी करके कहा है कि तमाम तथ्यों को देखने के बाद ही कार्रवाई की गई है और सरकार अपने फैसले पर कायम है। आपको बता दें कि प्रेस की आजादी के इंडेक्स में 138 वीं रैंक है।
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