महिलाओं का यौन शोषण रोकने को आंतरिक कमेटी बनाएं सभी राजनीतिक दल: मेनका गांधी
महिलाओं का शोषण रोकने को कमेटी बनाएं राजनीतिक दल: मेनका गांधी
नई दिल्ली। केंद्रीय महिला एंव बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने राजनीतिक पार्टियों से गुजारिश की है कि वे यौन उत्पीड़न मामलों की जांच के लिए आतंरिक कमेटियों का गठन करें। मेनका गांधी ने ट्वीट कर बताया है कि क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दोनों तरह की पार्टियों से आईसीसी गठित करने का अनुरोध किया है। सेक्शुअल हैरेसमेंट एट वर्क एक्ट 2013 के तहत आंतरिक कमेटियों का गठन किया जाए।
मेनका गांधी ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों के पास बड़ी संख्या में लोग होते हैं जिनमें महिलाएं भी शामिल होती हैं. यह हमारा दायित्व है कि महिलाओं की सुरक्षा हम तय करें। मेनका लगातार महिलाओं के यौन शोषण के मामलों पर बोल रही हैं। हाल ही में मीटू कैपेंन के तहत बड़ी तादाद में महिलाओं ने कार्यस्थलों पर काम के दौरान यौन शोषण का खुलासा किया है। इस तरह के आरोपों के चलते मेनका के साथी मंत्री एमजे अकबर को इस्तीफा भी देना पड़ा है।
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वहीं द एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने यौन शोषण के आरोपों में घिरे पूर्व संपादक और एनडीए सरकार में मंत्री एमजे अकबर का आरोप लगाने वाली महिलाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर विरोध जताया है। एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने अकबर पर आरोप लगाने वाली जर्नलिस्ट प्रिया रमानी पर दर्ज मानहानि का केस वापस लेने को कहा है।
गिल्ड ने एक बयान जारी कर कहा कि एमजे अकबर का इस्तीफा इन महिला पत्रकारों के साहस और न्यूजरूम में जेंडर इक्वलिटी की लड़ाई की जीत है. हम उम्मीद करते हैं कि एमजे अकबर भी अपना मानहानि का मुकदमा वापस लेकर ऐसी ही सहृदयता दिखाएंगे। लेकिन अगर अकबर ये केस वापस नहीं लेते या दूसरी महिलाओं पर भी केस करते हैं तो गिल्ड उनकी मदद करेगा।
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