VIDEO: कांस फिल्म फेस्टिवल में पिंजरे में कैद हुईं मल्लिका शेरावत, दिया ये अहम संदेश
कांस फिल्म फेस्टिवल में हर बार की तरह इस बार भी बॉलीवुड एक्ट्रेसेस का जलवा देखने को मिल रहा है। दीपिका पादुकोण, ऐश्वर्या राय बच्चन और सोनम कपूर के अलावा जो दूसरी बॉलीवुड एक्ट्रेस कांस में सुर्खियां बटोर रहीं हैं, वो हैं एक्ट्रेस मल्लिका शेरावत। मल्लिका शेरावत कांस में पिंजरे में बंद हो गई है।
नई दिल्ली। कांस फिल्म फेस्टिवल में हर बार की तरह इस बार भी बॉलीवुड एक्ट्रेसेस का जलवा देखने को मिल रहा है। दीपिका पादुकोण, ऐश्वर्या राय बच्चन और सोनम कपूर के अलावा जो दूसरी बॉलीवुड एक्ट्रेस कांस में सुर्खियां बटोर रहीं हैं, वो हैं एक्ट्रेस मल्लिका शेरावत। मल्लिका शेरावत कांस में पिंजरे में बंद हो गई है। भले ही अपने फैशन को लेकर लोगों के निशाने पर हैं लेकिन पिंजरे में बंद होने के लिए उनकी खूब तारीफ हो रही है। मल्लिका ने पिंजरे के अंदर से एक वीडियो भी पोस्ट किया है।
तो इसलिए हुईं पिंजरे में बंद
71वें कांस फिल्म फेस्टिवल में शामिल होने पहुंचीं एक्ट्रेस मल्लिका शेरावत ने खुद को पिंजरे में बंद कर लिया है। मल्लिका ने ऐसा एक संदेश देने के लिए किया है। इसके पीछे उनका मकसद बाल तस्करी और वेश्यावृत्ति के पीछे लोगों को जागरूक करना है। पिंजरे के अंदर से वीडियो पोस्ट करते हुए मल्लिका ने कहा, 'मैं इस पिंजरे में बंद हूं। इसका साइज 2 मीटर है और ये भारत में वेश्यालय के कमरे का प्रतिरूप है जहां छोटी बच्चियों को जबरदस्ती वेश्यावृत्ति में धकेला जाता है।'
'फ्री अ गर्ल इंडिया' की हैं ब्रांड एंबेस्डर
मल्लिका ने आगे अपनी तस्वीर के साथ लिखा, 'बाल वेश्यावृत्ति और इसके अपराधियों को दंडित करने को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए मैं इस छोटे से पिंजरे में बंद हुई हूं। पिंजरा भारत में वेश्यालय में एक छोटे से कमरे का प्रतीक है जहां हमारी छोटी लड़कियां बंद हो जाती हैं।' मल्लिका ने कहा की बाल वेश्यावृत्ति के जागरुकता बेहद जरूरी है। ये कैंपेन 'फ्री अ गर्ल इंडिया' ने शुरू किया है जिसकी मल्लिका ब्रांड एंबेस्ड हैं। ये एनजीओ बाल तस्करी और वेश्यावृत्ति से बच्चों को बचाने के लिए काम करता है।
'कांस से बेहतर मंच नहीं होता'
कांस में इस कैंपेन को करने पर मल्लिका ने कहा, 'कांस में ये मेरा 9वां साल है और ये सिर्फ भारत में नहीं, बल्कि दुनियाभर में बाल वेश्यावृत्ति के मुद्दे को उठाने के लिए बेहतरीन मंच है। पिंजरे में बंद होकर मैं ये कल्पना करना चाहती थी कि कैसे छोटी बच्चियां इतने छोटे कमरे में फंस गई हैं।' मल्लिका ने कहा कि ये काफी बड़ा मुद्दा है और इसे खत्म करना बेहद जरूरी है।