अफगानिस्तान संकट के बीच समुद्र में उतरी भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेना, शुरू किया युद्धाभ्यास
नई दिल्ली, 26 अगस्त: अफगानिस्तान संकट गहराता ही जा रहा है, जहां के ज्यादातर हिस्से पर तालिबानी लड़ाकों का कब्जा हो गया है। वैसे तो अफगानिस्तान की सीमा भारत से नहीं लगती है, लेकिन अगर ऐसे ही हालात रहे तो भविष्य में वो हमारे लिए नई चुनौतियां पैदा कर सकता है। हालांकि भारत सरकार इससे निपटने की पूरी तैयारी कर रही है। वहीं दूसरी ओर गुरुवार से पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में मालाबार युद्धाभ्यास का 25वां संस्करण शुरू हुआ। जिसमें भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका की नौसेना हिस्सा ले रही है।
कौन-कौन से जहाज शामिल?
भारतीय नौसेना के मुताबिक ये अभ्यास 29 अगस्त तक चलेगा। जिसका मकसद क्वाड देशों के बीच समुद्री सुरक्षा को लेकर सामान्य समझ स्थापित करना है। इसके लिए भारतीय नौसेना ने दो युद्धपोत आईएनएस शिवालिस, आईएनएस कदमत, एक पी-81 एयरक्राफ्ट और नेवी के मरीन कमांडो को भेजा है। वहीं अमेरिका की ओर से यूएसएस बैरी, यूएसएनएस रप्पाहनॉक, यूएसएनएस बिग हॉर्न और पी8ए गश्ती विमान आए हैं, जबकि जापान ने अपनी एक पनडुब्बी भेजी है।
क्या है क्वाड?
दरअसल क्वाड शब्द 'क्वाड्रीलेटरल सुरक्षा वार्ता' के क्वाड्रीलेटरल (चतुर्भुज) से लिया गया। इसमें सिर्फ चार देश भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका शामिल हैं। जब 2004 में सुनामी आई थी, तो भारत ने खुद के साथ पड़ोसी देशों की भी मदद की कोशिश की, जिसमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान भी शामिल हो गए। वहीं से इसकी नींव पड़ी। 2006 और 2007 के बीच जापानी पीएम शिंजो अबे ने इसको अंतिम रूप देने का फैसला किया। कुछ ही साल बाद ऑस्ट्रेलिया इससे अलग हो गया था, लेकिन अब वो फिर से इस संगठन से जुड़ गया है।
चीन के सामने शक्ति प्रदर्शन
सबसे खास बात ये है कि क्वाड में वो देश शामिल हैं, जिनका चीन से सालों से विवाद चला आ रहा है। चीन का मानना है कि क्वाड उसका विरोध करने वाला संगठन है। साथ ही चारों देश उसकी बढ़ती ताकत के खिलाफ गुटबाजी कर रहे हैं। इसके अलावा वक्त-वक्त पर क्वाड की नौसेनाएं आपस में युद्धाभ्यास करती हैं, जिस पर चीन आपत्ति जता चुका है। चीन की चिंता तब दुनिया के सामने आई जब उसने बांग्लादेश को क्वाड में ना शामिल होने की चेतावनी दी। वहीं दूसरी ओर मौजूदा वक्त में अफगानिस्तान में बड़ा संकट चल रहा है, ऐसे में मालाबार युद्धाभ्यास काफी अहम है।
तालिबान ने दिल्ली आ रहे 140 अफगान सिख और हिंदू तीर्थयात्रियों को देश छोड़ने से रोका
Recommended Video