महाराष्ट्र में BJP के मंत्री बोले- फिर से चुनाव लड़ने के लिए तैयार
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नई दिल्ली- महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ बीजेपी की तल्खी इस कदर बढ़ गई है कि अब सत्ताधारी दल की ओर से दोबारा चुनाव लड़ने की बातें भी कही जाने लगी हैं। शिवसेना के रवैये से परेशान महाराष्ट्र बीजेपी के नेता और राज्य सरकार में मंत्री जय कुमार रावल ने इतना तक कह दिया है पार्टी के कार्यकर्ता और नेता शिवसेना के बर्ताव से बहुत ही नाराज हैं और वह फिर से चुनाव मैदान में जाने के लिए भी तैयार हैं। उन्होंने महाराष्ट्र के धुले जिले के कार्यकर्ताओं का हवाला देते हुए दावा किया है कि पूरे महाराष्ट्र में पार्टी के अंदर यही माहौल है और लोग शिवसेना की हरकतों से काफी गुस्से में हैं।
फिर से चुनाव लड़ने के लिए तैयार भाजपा
देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री जय कुमार रावल ने रविवार को महाराष्ट्र के धुले में मीडिया वालों से बातचीत के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी कुछ इस कदर बयां की है, "भाजपा कार्यकर्ता नाराज हैं कि पहले तो वे (शिवसेना) महायुति (शिवसेना-बीजेपी गठबंधन) में लड़े और बाद में अपना स्टैंड बदल लिया और अब हमें ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया है। अगर ऐसा है तो हम फिर से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। जनता प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस के काम के साथ है।" रावल महाराष्ट्र सरकार में खाद्य एवं दवा, पर्यटन विकास और प्रोटोकॉल मंत्री हैं। बीजेपी नेता का ये बयान ऐसे समय में आया है जब दोनों दलों में चुनाव के बाद की राजनीति बहुत ही तनावपूर्ण हो चुकी है। शिवसेना कैबिनेट में बराबर की भागीदारी और ढाई-ढाई साल के लिए सीएम की कुर्सी में हिस्सेदारी को लेकर अड़ी हुई है।
पूरे महाराष्ट्र में यही भावना- भाजपा के मंत्री
दरअसल रावल ने धुले में पार्टी के लोगों के साथ एक रिव्यू मीटिंग की, जिसके बाद कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया सुनने के बाद उन्होंने मीडिया वालों को उनकी भावना से रूबरू करवाया। उन्होंने कहा "आज बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजगी मुझसे जाहिर की। उन्होंने कहा कि महायुति (बीजेपी-शिवसेना गठबंधन) के चलते ही उन्हें मौका नहीं मिला और कहा कि अगर फिर से अवसर दिया जाता है तो वो फिर से लड़ने के लिए तैयार हैं।" उन्होंने ये भी कहा कि, "हमें लगता है कि हम यहां की सभी पांचों सीटें जीत सकते हैं। कार्यकर्ता गुस्से में हैं और यह भावना पूरे महाराष्ट्र में है।"
8 नवंबर को खत्म हो रहा है कार्यकाल
महाराष्ट्र सरकार का मौजूदा कार्यकाल 8 नवंबर को खत्म हो रहा है। ऐसे में दोनों दलों को उससे पहले ही कोई हल निकालना है। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस से भी डील की कोशिशों में जुटी हुई है। इस मसले पर एनसीपी नेता शरद पवाल दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिल रहे हैं। राज्य के एक और मंत्री सुधीर मुंगंटीवार पहले ही कह चुके हैं कि अगर 7 नवंबर तक नई सरकार का गठन नहीं होता तो राज्य राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ सकता है। अभी भाजपा 288 विधायकों वाले सदन में 105 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। लेकिन, उसके साथ गठबंधन में चुनाव लड़कर 56 सीटें जीतने वाली शिवसेना सरकार में शामिल होने के लिए 50:50 फॉर्मूले को लेकर अड़ी हुई है।
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