Maharashtra Political Crisis : बागी एकनाथ शिंदे ने MNS चीफ राज ठाकरे से संपर्क किया
महाराष्ट्र में सियासी संकट (maharashtra political crisis) बरकरार है। राजनीतिक घटनाक्रम लगातार बदल रहा है। बागी एकनाथ शिंदे ने राज ठाकरे से संपर्क किया है।
मुंबई, 27 जून : महाराष्ट्र का राजनीतिक संकट (Maharashtra Political Crisis) जल्द खत्म होता नहीं दिख रहा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बगावत करने वाले शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) चीफ राज ठाकरे से संपर्क किया है। एएनआई ने मनसे चीफ राज ठाकरे के हवाले से कहा, एकनाथ शिंदे ने राज ठाकरे से महाराष्ट्र के वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा (eknath shinde raj thackeray) की है।
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अब सुप्रीम कोर्ट पर नजरें
इसी बीच महाराष्ट्र का सियासी नाटक सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। 15 विधायकों की अयोग्यता का मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। शिवसेना विधायक अजय चौधरी को शिवसेना विधायक दल का नेता चुने जाने के फैसले को भी चुनौती दी गई है।
राज ठाकरे को बागी शिंदे ने दो बार फोन किए ?
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक एक मनसे नेता ने सोमवार 27 जून को एकनाथ शिंदे और राज ठाकरे के संपर्क में होने की पुष्टि की। मनसे नेता ने बताया कि शिंदे ने राज ठाकरे से दो बार फोन पर बात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली।
डिप्टी स्पीकर को हटाने की तैयारी
सुप्रीम कोर्ट पहुंचे याचिकाकर्ता एकनाथ शिंदे ने विधायक दलबदल नियम (MLA Defection Rules) के नियम 6 के तहत अयोग्यता याचिका पर कोई कार्रवाई नहीं करने की अपील की है। याचिका में कहा गया है कि बागी विधायकों की डिस्क्वालिफिकेशन पर कोई कार्रवाई नहीं करने के लिए डिप्टी स्पीकर को निर्देश जारी किया जाए। याचिका में अपील की गई है कि डिप्टी स्पीकर के हटाने के प्रस्ताव पर फैसला होने तक अयोग्य घोषित करने की कार्रवाई न की जाए।
बागी विधायकों को देना है जवाब
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा में नियमित अध्यक्ष नहीं हैं। उनकी गैरमौजूदगी में डिप्टी स्पीकर नरहरी जिरवाल अध्यक्ष सदन के प्रभारी हैं। जिरवाल ने याचिकाकर्ता के खिलाफ दायर अयोग्यता याचिका के आधार पर 25 जून को नोटिस जारी कर 27 जून तक जवाब मांगा।
शिंदे का शिवसेना पर गंभीर आरोप
बता दें कि रविवार को, एकनाथ शिंदे ने मुंबई बम विस्फोट के दोषियों, दाऊद इब्राहिम और निर्दोष लोगों की जान लेने के लिए जिम्मेदार लोगों का कथित रूप से समर्थन करने के लिए शिवसेना पर हमला किया। शिंदे फिलहाल महाराष्ट्र के बागी विधायकों के साथ असम में डेरा डाले हुए हैं।
Eknath शिंदे ने क्यों कहा, मरना बेहतर है
बागी विधायक शिंदे ने शिवसेना से अलग होने के संबंध में ट्विटर पर लिखा कि मुंबई बम धमाकों के जिम्मेदार लोगों का समर्थन करने की तुलना में "मरना बेहतर है।" उन्होंने बगावत के फैसले पर कहा, इसलिए उन्होंने इस तरह का फैसला (शिवसेना से अलग होना) लिया।
शिंदे उवाच ; बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना...
शिंदे ने एक ट्वीट में कहा, "बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना उन लोगों का समर्थन कैसे कर सकती है जिनका मुंबई बम विस्फोट के दोषियों, दाऊद इब्राहिम और मुंबई के निर्दोष लोगों की जान लेने के लिए जिम्मेदार लोगों से सीधा संबंध था। इसलिए हमने ऐसा कदम उठाया, ऐसे में "मर जाना बेहतर है।"
शिवसेना बोली- बागी विधायक 'जीवित लाश'
बकौल शिंदे, 'हिंदुत्व की विचारधारा का पालन करने के लिए भले ही हमें मरना पड़े, लेकिन हम इसे अपनी नियति मानेंगे।' उनकी टिप्पणी शिवसेना विधायक संजय राउत द्वारा बागी विधायकों को "जीवित लाश" कहने के बाद आई। राउत ने तल्ख तेवर में कहा कि उनकी "आत्माएं मर चुकी हैं।"
आदित्य ठाकरे का दावा- शिंदे को CM पोस्ट का ऑफर
गौरतलब है कि रविवार को शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने दावा किया था कि उद्धव ठाकरे ने 20 मई को एकनाथ शिंदे को सीएम बनने के लिए कहा था, लेकिन उस समय उन्होंने ड्रामा किया और अब ठीक एक महीने बाद उन्होंने बगावत कर दी.
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