PM मोदी से मिलकर Sengol भेंट करेंगे मदुरै अधीनम के प्रधान पुजारी, बोले- 1947 में पंडित नेहरू को सौंपा गया था
Sengol: मदुरै अधीनम के प्रधान पुजारी ने कहा कि वे पीएम मोदी से मिलकर उन्हें ऐतिहासिक राजदंड सेंगोल भेंट करेंगे। उन्होंने कहा कि यह सत्ता परिवर्तना का प्रतीक है।
Sengol: नए संसद भवन के उद्घाटन के बीच सेंगोल (राजदंड) की काफी चर्चा हो रही है। इसे नए संसद भवन में स्थापित किया जाएगा। इस बीच मदुरै अधीनम के 293वें प्रधान पुजारी हरिहर देसिका स्वामीगल ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि वे नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर पीएम मोदी से मिलेंगे और उन्हें सेंगोल भेंट करेंगे।
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अंग्रेजों से भारत में सत्ता के हस्तांतरण के प्रतीक का प्रतिनिधित्व करने के लिए 14 अगस्त 1947 को पंडित जवाहरलाल नेहरू ने ऐतिहासिक राजदंड सेंगोल को प्राप्त किया गया था। वहीं अब इस सिंगोल को मदुरै अधीनम के प्रधान पुजारी 28 मई को पीएम मोदी को सौंपेंगे।
सेंगोल बनाने वाले जौहरी वुम्मिदी बंगारू चेट्टी के परपोते अमरेंद्र वुम्मिदी ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि दक्षिण भारत के लिए सेंगोल काफी विशिष्ट है। उन्होंने कहा कि इसे बनाने के लिए इसका मूल डिजाइन मेरे परदादा और दादा को थिरुवदुथुराई अथीनम के दृष्टा ने दिया था। इसे बनाकर पंडित जवाहरलाल नेहरू को दिया गया था।
जौहरी वुम्मिदी बंगारू के परपोते जितेंद्र वुम्मिदी ने कहा कि सेंगोल चोल वंश के दौरान नए राजाओं को सत्ता हस्तांतरण की परंपरा का प्रतीक था। सेंगोल (राजदंड) के शीर्ष पर एक 'नंदी' है और उस पर देवी लक्ष्मी की एक छवि है, जो धन और समृद्धि का प्रतीक है। उस समय सेंगोल लॉर्ड माउंटबेटन को दिया गया था। बाद में इसे पंडित नेहरू को सौंप दिया गया था।
बता दें कि नए संसद भवन का उद्घाटन 28 मई को किया जाएगा। इस दिन देश को नया संसद भवन मिलने वाला है। अमित शाह के के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद सेंगोल की कार्फ चर्चा होने लगी है। अमित शाह ने बताया कि नए संसद भवन में सेंगोल स्थापित किया जाएगा।
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