वंदे मातरम पर पलटे कमलनाथ- अब पुलिस बैंड के साथ गाया जाएगा राष्ट्रगीत, जनता भी होगी शामिल
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भोपाल। मध्यप्रदेश में हर महीने की पहली तारीख को सचिवालय में वंदेमातरम गाने की अनिवार्यता पर रोक के बाद अब सरकार ने इसको लेकर नए नियन बना दिए हैं। मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ सरकार ने कहा है कि अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ आम जनता भी वंदे मातरम के गायन में शामिल होगी। अब पुलिस बैंड की धुन पर राष्ट्रगीत गाया जाएगा। कमलनाथ ने बताया कि पुलिस बैंड के साथ पहली तारीख को शौर्य स्मारक से वल्लभ भवन तक मार्च निकाला जाएगा और राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान गाया जाएगा।
मध्य प्रदेश में बीते 13 सालों से सचिवालय में हर महीने के पहले कार्यदिवस पर वंदे मातरम गाया जाता था। इसे अनिवार्य किया गया था। 2005 से तत्कालीन मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने यह परंपरा शुरू की थी। कमलनाथ सरकार ने इस अनिवार्यता को खत्म कर दिया था। जिसके बाद भाजपा ने इसकी आलोचना की थी।
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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा की आलोचना का जवाब देते हुए कहा था कि यह निर्णय ना किसी अजेंडे के तहत लिया गया है और न ही उनका वंदे मातरम को लेकर कोई विरोध है। वंदे मातरम को मैं एक नया रूप दूंगा और आज-कल में घोषित करूंगा, जिसके बाद आज नया नियम उन्होंने बताया है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि अगर कांग्रेस को राष्ट्रगीत के शब्द नहीं आते हैं या राष्ट्रगीत गाने में शर्म आती है तो मुझे बता दें। हर महीने की पहली तारीख को वल्लभ भवन के प्रांगण में जनता के साथ वंदे मातरम मैं गाऊंगा। भाजपा के दूसरे नेताओं ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया की थी।
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