LoC:सीजफायर समझौते के बाद इस वजह से भारतीय और पाकिस्तानी सेना के बीच फिर हुई बातचीत
नई दिल्ली: भारतीय और पाकिस्तानी सेना के बीच आज ब्रिगेड कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग हुई है। भारतीय सेना के मुताबिक यह मीटिंग सीजफायर समझौते को लागू करने के तरीके को लेकर पुंछ-रावलकोट क्रॉसिंग प्वाइंट पर हुई है। दोनों देशों की सेना के बीच यह बैठक डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स अंडरस्टैंडिंग 2021 के बाद हुई है। इसके बारे में भारतीय सेना ने बताया है कि 'डीजीएमओ समझौता 2021 के बाद भारतीय और पाकिस्तानी सेनाओं के बीच पुंछ-रावलकोट क्रॉसिंग प्वाइंटर पर आज उस करार के मुताबिक उसे लागू करने के तरीके को लेकर ब्रिगेड कमांडर लेवल की एक फ्लैग मीटिंग हुई है।'
गौरतलब है कि फरवरी में भारत और पाकिस्तान की सेना ने ऐलान किया था कि वो लाइन ऑफ कंट्रोल पर 24 और 25 फरवरी की आधी रात से क्रॉस-बॉर्डर फायरिंग रोक देंगे, ताकि विवादित सीमा पर शांतिपूर्ण माहौल कायम किया जा सके। इसकी घोषणा रक्षा मंत्रालय ने दोनों सेनाओं के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स (डीजीएमओ) की ओर से हॉटलाइन के जरिए टेलिफोन पर हुई बातचीत के बाद की थी।
इस बीच भारतीय सेना ने साफ किया है कि उसे इस साल शंघाई कोऑपरेन ऑर्गेनाइजेशन (एससीओ) की ओर से पाकिस्तान में होने वाले कई देशों के अभ्यास में शामिल होने का अबतक कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। एनआईए ने सेना के सूत्रों के हवाले से ये कहा है। पिछले कुछ दिनों से इस बात को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या भारतीय सेना 'पब्बी-एंटी-टेरर-2021' में हिस्सा लेगी या नहीं। यह अभ्यास इस साल सितंबर-अक्टूबर में पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा इलाके के नौशेरा जिले के पब्बी में कराने की योजना है। उधर पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भी उसने भारत को इसके लिए बुलाने को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं किया है। पाकिस्तानी न्यूज साइट डॉन ने पाकिस्तानी सेना के एक अज्ञात अधिकारी का हवाला देकर कहा है, 'भारतीय सेना को आमंत्रित करने पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है।' पहले इस तरह के अभ्यास में भारत भी पाकिस्तान और चीन के साथ हिस्सा लेता था, लेकिन पिछले साल भारत ने उसमें अपने जवानों को नहीं भेजा था और सिर्फ चीन और पाकिस्तान की सेनाओं ने ही उसमें हिस्सा लिया था।