Article 370: घाटी में तनाव का असर लालू का डाइट पर, नहीं मिल पा रहा पसंदीदा कश्मीरी सेब
रांची: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के साथ ही विशेष राज्य का दर्जा समाप्त हो गया है। केंद्र सरकार के इस फैसले का असर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की डाइट पर भी पड़ रहा है। घाटी में तनाव की वजह से वो उन्हें उनका पसंदीदा कश्मीरी सेब नहीं मिल पा रहा है। दरअसल लालू चारा घोटाले के कई मामलों में सजा काट रहे हैं। तबीयत खराब होने की वजह से लालू इन दिनों रांची के रिम्स हॉस्पिटल में भर्ती हैं। वहां उनका इलाज चल रहा है।
लालू को नहीं मिल पा रहे पंसदीदा सेब
रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) के डॉक्टरों ने लालू को नाश्ते में दो सेब, चार अंडो का सफेद भाग,बादाम अखरोट के साथ दिन में एक आम खाने को कहा है। रिम्स में इलाज करा रहे लालू सेब नहीं खा पा रहे हैं, क्योंकि वो कश्मीरी सेबों के अलावा मुश्किल से ही कोई सेब खाते हैं। लेकिन घाटी में तनाव का असर कश्मीरी सेबों पर भी पड़ा है। कश्मीरों सेबों के ट्रांसपोटेशन में तनाव की वजह से असर पड़ा है। हमने रांची में बहुत खोजा पर हमें कश्मीरी सेब नहीं मिला।
लालू यादव रिम्स में भर्ती
लालू की नियमित निगरानी करने वाले डीके झा ने कहा कि हमने उन्हें दो सेब खाने की सलाह दी है। क्योंकि सेब में फाइबर ज्यादा मात्र में होते हैं। इसके अलावा सेब में विटामिन और एंटी-ऑक्सीडेंट भी बहुतायात में पाया जाता है। ये फल विशेष रुप से डायबिटीज के रोगियों को खाने के लिए कहा जाता है, क्योंकि इसमें हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव होता है। हालांकि हमने सेब के किसी प्रकार की सलाह उन्हें नहीं दी है।
एक आम से ज्यादा खाने पर रोक
गौरतलब है कि इससे पहले लालू का शुगर लेवल आम खाने की वजह से लगातार बढ़ रहा था। इस वजह से डॉक्टरों ने इस वजह से उनके आम खाने पर रोक लगा दी। दरअसल डॉक्टरों ने उनसे एक दिन में एक आम खाने को कहा था। लेकिन वो उससे ज्यादा आम खा रहे है। डॉक्टरों की सख्त हिदायत थी कि वो किसी भी हाल में एक आम से ज्यादा ना खाएं। लालू के करीबी सुरिंदर यादव ने हॉस्पिटल में मीडिया से कहा कि लालू यादव को लंबे समय से कश्मीरी सेबों का इंतजार था। वो कश्मीरी सेब पसंद करते हैं।
चारा घोटले में काट रहे हैं सजा
लालू चारा घोटाले में दोषी गौरतलब है कि लालू यादव चारा घोटाले के कई मामलों में सजा काट रहे हैं। इस वजह से वो लोकसभा चुनाव 2019 में प्रचार भी नहीं कर पाए थे। बीजेपी ने 2019 में जेडीयू के साथ मिलकर बिहार में लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया था। बिहार में एनडीए गठबंधन को 40 में 39 सीट मिली थी। आरजेडी का इस चुनाव में खाता तक नहीं खुला,जबकि कांग्रेस को एक सीट मिली।
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