भारत-चीन विवाद: WMCC की 22वीं बैठक खत्म, एलएसी के सभी मुद्दे दोनों पक्ष बातचीत से सुलझाने पर राजी
भारत-चीन विवाद: WMCC की 22वीं बैठक खत्म, एलएसी की स्थिति पर हुई बातचीत, दोनों पक्ष जल्द मुद्दे सुलझाने पर राजी
नई दिल्ली, 25 जून: भारत-चीन सीमा मामलों पर बातचीत के लिए बनी डब्ल्यूएमसीसी की आज (25 जून) बैठक हुई है। डब्ल्यूएमसीसी की ये 22वीं बैठक है। बैठक के बाद विदेश मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि दोनों पक्षों से बीच काफी अच्छे माहौल में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर स्थिति को लेकर बात हुई। भारत और चीन दोनों ही पक्षों ने बैठक में इस बात पर रजामंदी जताई कि पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर जो मुद्दे अनसुलझे हैं उनका सितंबर 2020 में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच हुए समझौते के हिसाब से जल्दी ही समाधान खोजा जाएगा।
दोनों ही पक्ष राजनयिक और सैन्य तंत्र के माध्यम से बातचीत और संवाद बनाए रखने के लिए सहमत हुए हैं। दोनों पक्ष इस बात पर भी सहमत हुए कि दोनों पक्ष जमीन पर स्थिरता सुनिश्चित करना और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए काम करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने बताया है कि बैठक में दोनों देशों के बीच सीनियर कमांडर स्तर की 12वें दौर की बैठक जल्दी ही की जाएगी जिससे कि एलएसी के सभी प्वाइंट पर कंपलीट डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया को पूरा किया जा सके। जैसा कि मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल में तय किया गया है। इस बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव (पूर्वी एशिया) ने किया। वहीं चीनी विदेश मंत्रालय के सीमा और समुद्री विभाग के महानिदेशक ने चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया।
CDS बिपिन रावत बोले- गलवान की झड़प के बाद चीन को समझ आया, उनको बेहतर ट्रेनिंग की जरूरत
बता
दें
कि
भारत
और
चीन
के
बीच
लद्दाख
में
बीते
काफी
समय
से
तनाव
की
स्थिति
है।
बीते
साल
जून
में
गलवान
घाटी
में
भारत
और
चीन
के
सैनिकों
बीच
झड़प
भी
हुई
थी,
जिसमें
20
भारतीय
सैनिकों
की
जान
चली
गई
थी।
इसके
बाद
तनाव
काफी
ज्यादा
बढ़
गई
थी।
इसके
बाद
दोनों
पक्षों
में
बैठकों
का
दौर
शुरू
हुआ,
जो
अभी
भी
जारी
है।