कुलभूषण जाधव की जान को खतरा, पाक संस्था ने किया बड़ा इशारा
कुलभूषण जाधव की जान को खतरा, पाक संस्था ने किया बड़ा इशारा
नई दिल्ली। जासूसी के आरोप में पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव की जान को खतरा है। ऐसा पाकिस्तान की संस्था इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के एक बयान के आधार पर माना जा रहा है। आईएसपीआर के मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा है कि कूलभूषण जाधव की दया याचिका अपने आखिरी दौर में है और जल्दी ही पाकिस्तान को एक अच्छी खबर दी जाएगी। कुलभूषण पर पाक के लिए अच्छी खबर की बात को उनको जल्द फांसी या फिर किसी और तरह से उनको नुकसान पहुंचाने से जोड़कर देखा जा रहा है।
कुलभूषण जाधव मामले की सुनवाई इंटरनेशनल कोर्ट में चल रही है। 13 सिंतबर को इस मामले में 4 महीने बाद फिर से सुनवाई शुरू हुई है। जाधव मामले पर अपनी लिखित दलीलें पेश करते हुए भारत ने कहा कि पाकिस्तान ने वियना कन्वेंशन का उल्लंघन किया है। आपको बता दें कि इससे पहले 18 मई को सुनवाई करते हुए आईसीजे ने उनकी फांसी पर रोक लगा दी थी। भारतीय नौसेना के 46 साल के सेवानिवृत्त अधिकारी जाधव को पाकिस्तान की मिलिट्री कोर्ट ने पाकिस्तान के खिलाफ जासूसी और दूसरी गतिविधियों में संलिप्तता के लिए अप्रैल में मौत की सजा सुनाई थी।
पाक विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने हाल ही में न्यूयॉर्क में लोगों को संबोधित करते हुए कहा है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने बुधवार को दावा किया कि कुलभूषण जाधव को रिहा करने के लिए पाकिस्तान को अफगानिस्तान जेल में पेशावर हमले के आरोपी को सौंपने का ऑफर दिया गया था। ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने बताया कि 2014 में पेशावर के एक स्कूल में हमला कर बच्चों की हत्या करने वाला आतंकवादी अफगानिस्तान में बंद है। आसिफ ने कहा कि मुझसे मेरे देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि हम अफगान जेल में बंद इस आतंकवादी से कुलभूषण जाधव की अदला बदली कर सकते हैं।
PAK का दावा, एक आतंकी के बदले कुलभूषण जाधव को रिहा करने का मिला था ऑफर