हॉस्पिटल में आग: जानिए कब-कब मरीजों की कब्रगाह बने अस्पताल
भुवनेश्वर। अस्पतालों में आग लगने की खबरें ज्यादा चौंकाती हैं क्योंकि वहां भर्ती मरीज अपनी रक्षा करने में सक्षम नहीं होते। ऐसी ही एक खबर ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से आई है। यहां के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस एंड SUM हॉस्पिटल के आईसीयू वार्ड में सोमवार शाम अचानक आग लग गई। इस हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई जबकि 109 लोग बुरी तरह जख्मी हैं।
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जानकारी के मुताबिक घटना शाम करीब 6.55 बजे डायलिसिस वार्ड में हुई। शुरुआती छानबीन में जो बात सामने आई हैं उनके मुताबिक आग की वजह शॉर्ट सर्किट बताया गया है। लेकिन अभी जांच की जा रही है। आग की खबर मिलते ही फायर ब्रिगेड के दस्ते मौके पर पहुंचे। ब्रोटो स्काईलिफ्ट के जरिए फायर ब्रिगेड के कर्मचारी अस्पताल की छत पर गए और आग बुझाने का काम किया।
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रात 9.30 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक करीब 20 लोगों की हालत चिंताजनक है। आपको बता दें कि इस तरह की यह पहली घटना नहीं है जब निर्दोष लोग लापरवाही और बदइंतजामी की भेंट चढ़े हों। तो आईए एक नजर बीते कुछ समय के बड़े हादसों पर डालते हैं:
एएमआरआई (AMRI) अस्पताल, कोलकाता
9 दिसंबर 2011 को कोलकाता के AMRI अस्पताल में आग लगने से 90 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। हॉस्पिटल के बेसमेंट से शुरू हुई आग ने पूरी इमारत को कब्जे में ले लिया, जिसे बुझाने में 5 घंटे का वक्त लगा था। घटना के बाद प्राथमिकी दर्ज कर अस्पताल के पांच निदेशकों सहित छह लोगों को लापरवाही बरतने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
गोकुल हॉस्पिटल, मुंबई
7 नवंबर 2013 को मुंबई के गोकुल अस्पताल में आग लगने से वहां मौजूद आवासीय चिकित्सा अधिकारी (आरएमओ) डॉ राहुल की मौत हो गई थी। यह आग तड़के 3.30 बजे लगी थी। आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी थी। आग पर काबू पाने के लिए पांच फायर इंजन, पांच पानी टैंकर और एक एंबुलेंस को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया था।
मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, पश्चिम बंगाल
27 अगस्त 2016 को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में आग हादसा हुआ था। इसमें दो महिलाओं की मौत हो गई थी। एक शिशु की भी जान गई थी। कई अन्य घायल हुए थे। यह शॉर्ट सर्किट की वजह से हुआ था।
जीवन ज्योति हॉस्पिटल, इलाहाबाद
7 जून 2016 को इलाहाबाद के जीवन ज्योति अस्पताल में आग लगने से एक मरीज की मौत हो गई थी। अस्पताल के आइसीसीयू वार्ड में आग लगी थी। आग लगने के बाद डॉक्टर के साथ ही वहां के कर्मचारी सभी मरीजों को छोड़कर भाग गये थे। हादसे के बाद अस्पताल इंतजामिया की काफी किरकिरी हुई थी।