किस्मत हो तो ऐसी, बिना टिकट के पैसे दिए शख्स की लगी 6 करोड़ की लॉटरी
तिरुवनंतपुरम: दुनियाभर में लाखों लोग ऐसे होंगे जो हर महीने लॉटरी का टिकट खरीदते हैं, लेकिन जिंदगीभर उनके हाथ कुछ नहीं लगता। अब केरल से जो मामला सामने आया है, उसे आप जानकर हैरान रह जाएंगे, जहां एक शख्स को लॉटरी का टिकट खरीदे बिना ही 6 करोड़ का जैकपॉट लग गया। हालांकि इस मामले में लॉटरी जीतने वाले से ज्यादा चर्चा उस महिला की हो रही, जिसने उसे बेचा था।

12 टिकट थे बचे
दरअसल केरल के अलुवा की रहने वाली समिझा के. मोहन एक अस्पताल के पास लॉटरी शॉप चलाती हैं। हाल ही में जब समर बम्पर लॉटरी के टिकट आए तो उन्होंने उसे जमकर बेचा, लेकिन 12 टिकट बचे रह गए। इस पर उन्होंने अपने कुछ कस्टमर को फोन किया और टिकट खरीदने को कहा। इसके बाद पी के चंद्रन ने समिझा का निवेदन स्वीकार कर एक टिकट खरीदने पर हामी भरी।

6 करोड़ का जैकपॉट निकला
समिझा ने फोन पर ही चंद्रन को बची हुई लॉटरी के नंबर बताए। इस पर उन्होंने एक नंबर चुनकर रखवा दिया। साथ ही कहा कि जब वो आएंगे तो 200 रुपये देकर टिकट लेंगे। चंद्रन अपने किस्मत से अनजान रोज के काम में बिजी रहे और टिकट नहीं लिया। इस बीच लकी ड्रा का ऐलान हो गया, जिसमें नंबर SD 31642 के लिए 6 करोड़ का जैकपॉट निकला। ये वही नंबर था, जिसे चंद्रन ने रुकवा कर रखा था।

पेश की ईमानदारी की मिशाल
समिझा अपने पति राजेश्वरन के साथ दुकान चलाती हैं। उनके दो बच्चे भी हैं। टेक्निकली देखें तो चंद्रन ने उस टिकट का भुगतान नहीं किया था, ऐसे में उसकी मालकिन समिझा थीं। वो चाहती तो लॉटरी का सारा पैसा ले सकती थीं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। वो सीधे चंद्रन के घर पहुंची और 200 रुपये उनसे लेकर टिकट उनके हवाले कर दिया। साथ ही बताया कि उस पर 6 करोड़ की लॉटरी लगी है।

'नहीं टूटना चाहिए भरोसा'
समिझा ने कहा कि लोग ये नहीं समझते कि हमारे पेशे में ईमानदारी ही सब कुछ है। कोई भी शख्स जब टिकट खरीदता है तो वो उसके मेहनत के पैसे रहते हैं। उसको लॉटरी विक्रेता पर भरोसा रहता है। ऐसे में उनका भरोसा नहीं टूटना चाहिए। वहीं चंद्रन कीझमाडु डॉन बॉस्को स्कूल में गार्डनर हैं। लॉटरी जीतने के बाद उन्होंने कहा कि वो कई सालों से अपनी किस्मत अजमा रहे थे, लेकिन उनके हाथ कुछ नहीं लगा। उन्होंने सोचा नहीं था कि इतनी बड़ी लॉटरी उनकी निकलेगी।