IAS Divya S Iyer ने बेटे को गोद में लेकर भाषण दिया तो छिड़ी बहस, अब तोड़ी चुप्पी, जानिए क्या कहा?
Kerala IAS Officer Divya S Iyer: केरल की महिला आईएएस अफसर उस वक्त विवादों में आ गईं, जब उन्होंने एक सार्वजनकि कार्यक्रम में अपने तीन साल के बेटे को गोद में लेकर मंच पर भाषण दिया। अधिकारी के इस तरह से अपने बेटे को किसी कार्यक्रम में साथ लेकर जाने और फिर गोद में लेकर स्पीच देने पर सोशल मीडिया पर एक तगड़ी बहस छिड़ गई, जिस पर अब खुद आईएएस अधिकारी दिव्या एस अय्यर का बयान सामने आया है।
कलेक्टर से पूछे जा रहे सवाल ?
दरअसल, केरल के पथानामथिट्टा जिला कलेक्टर डॉ. दिव्या एस अय्यर का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो एक सार्वजनिक कार्यक्रम में अपने बेटे मल्हार को गोद लिए हुए दिखाई दे रही थीं। उन्होंने अदूर अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के समापन समारोह में सभा को संबोधित भी किया। उन्होंने अपने बेटे को पकड़कर भाषण दिया, जिसके बाद कई तरह के सवाल पूछे जा रहे हैं?
क्या ऐसा करना 'उचित' है? अधिकारी ने तोड़ी चुप्पी
सोशल मीडिया पर लोग उनकी आलोचना करते हुए सवाल उठा रहे हैं कि क्या ऐसा करना 'उचित' है। जिस पर उनका बयान सामने आया है। एनडीटीवी से बात करते हुए कलेक्टर डॉ. दिव्या एस अय्यर ने बताया कि उनके बेटे ने भाषण देने के लिए उसके नाम की घोषणा होने तक शांति से इंतजार किया। उन्होंने आगे कहा, "मुझे नहीं पता कि स्टेज पर मेरे पास दौड़ते हुए आने पर उन्हें क्या अच्छा लगा?"
आईएएस अधिकारी ने जानिए क्या कहा?
आईएएस अधिकारी ने कहा आगे कहा कि "मैं 24x7 मां और 24x7 जिला कलेक्टर हूं। हम महिलाएं जीवन में 24x7 भूमिकाएं निभाती हैं, जहां हम शिफ्ट करने का जोखिम नहीं उठा सकते।" अय्यर ने कहा कि यह एक "सामाजिक-सांस्कृतिक कार्यक्रम था, जो पूरी तरह से गैर-आधिकारिक थी।" उन्होंने कहा, "एक तरीका है, जिसमें मैं उस संतुलन को बनाए रखने की कोशिश करती हूं, अपने बेटे के साथ समय बिताने की कोशिश कर रही हूं और उसे अलग-अलग अनुभव देने की कोशिश कर रही हूं।"
समर्थन में उतरे लोगों ने दिया न्यूजीलैंड पीएम का उदाहरण
अय्यर ने कहा कि एक कामकाजी मां का यह मतलब यह नहीं है कि वह अपनी नौकरी की जिम्मेदारियों को कम गंभीरता से लेती है। अय्यर ने कहा कि वीडियो वायरल होने के बाद केरल और देश भर की कई महिलाओं ने उनसे कहा कि यह सिर्फ आपकी समस्या नहीं है। वीडियो को भाकपा नेता और विधानसभा के उपाध्यक्ष चित्तयम गोपकुमार ने 30 अक्टूबर को फेसबुक पर पोस्ट किया था। वीडियो को बाद में हटा दिया गया था। जिस पर कई लोगों ने बेटे को कार्यक्रम में लाने के लिए आईएएस अधिकारी की आलोचना की थीं, हालांकि कई लोग उनके समर्थन में भी उतरे और बताया कि कैसे न्यूजीलैंड की प्रधान मंत्री जैसिंडा अर्डर्न 2018 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपनी तीन महीने की बेटी को लेकर शामिल हुईं थीं।
IAS Srushti Deshmukh Gowda की क्या सच में हो गई मौत? जानिए अंतिम संस्कार के VIDEO की हकीकत