अन्ना मेरे गुरू हैं वो जो चाहें मुझे कह सकते हैं: केजरीवाल
उनके खिलाफ अन्ना को भड़काने वाले कौन लोग हैं? इस पर केजरीवाल का कहना है, ऐसे लोग जो बुरे हैं जो कि मेरे और अन्ना के बीच दूरियां पैदा करना चाहते हैं। लोकपाल बिल के बारे में केजरीवाल की राय है कि यह एक दंतहीन बिल है, जिसके आने से कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। गौर हो कि भ्रष्टाचार के विरूद्ध प्रारम्भ किये गये आंदोलन में केजरीवाल, अन्ना के साथ थे लेकिन जब केजरीवाल ने राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा की तो अन्ना उनसे अलग हो गये। अन्ना ने पिछले दिनों शिकायती लहजे में कहा था कि केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद उन्हें फोन तक नहीं किया।
लोकपाल बिल पास हो जाने के बाद अन्ना ने केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा था कि जो लोग सिर्फ कैमरे के सामने आते हैं, वह देश या समाज का भला नहीं कर सकते हैं, मैं पिछले 50 सालों से सामाजिक कार्य कर रहा हूं लेकिन आज तक किसी चैनल के स्टूडियों नहीं गया। उन्होने पहले भी केजरीवाल के खिलाफ टिप्पणी की थी। टीम अन्ना की प्रमुख सदस्य किरण बेदी ने अन्ना के अनशन की शुरूआत पर कहा था कि केजरीवाल ऐसे समय जीत का जश्न मना रहे हैं जब अन्ना अनशन कर रहे हैं, क्या सही है क्या गलत उन्हें अपनी अन्तर्रात्मा से पूछना चाहिए।
सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने भी अन्ना के मंच पर केजरीवाल की अनुपस्थिति पर बयान दिया था कि अन्ना को आंदोलन करने के लिए किसी की जरूरत नहीं है। जिसके बाद केजरीवाल भी अनशन में शामिल होने के लिए रालेगण सिद्धि नहीं गये, उन्होने तबियत खराब होने की बात कही थी। हालांकि अन्ना ने पहले ही इनकार कर दिया था कि अगर केजरीवाल आते हैं तो उन्हें मंच पर जगह नहीं मिलेगी, उन्हें जमीन पर ही बैठना होगा। अन्ना ने अपने सहयोगी पूर्व जनरल वी के सिंह का विरोध करने पर टीम केजरीवाल के सदस्य गोपाल राय को गांव से निकल जाने के लिए कहा, गोपाल ने वी के सिंह के बयान पर आपत्ति जताई थी। वी के सिंह ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आज कुछ लोग अपने आप को अन्ना से बड़ा समझने लगे हैं।