कलाम साहब के विज्ञापनों पर करोड़ों फूंकती केजरीवाल सरकार
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार विज्ञापनों पर पानी की तरह से पैसा फूंक रही है। आजकल राजधानी के अनेक चौराहों और मेट्रो स्टेशनों के बाहर दिल्ली सरकार की तरफ से दिवंगत राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को नमन करते हुए बड़े -बड़े विज्ञापनों के बोर्ड लगे हुए हैं।
आईटीओ से कुछ आगे चिड़ियाघर, सुंदर नगर, अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन वगैरह में ये विज्ञापन लगे हुए हैं। इनमें कलाम साहब का चित्र है। उसके अलावा उन्होंने एक तरह से याद किया गया है।
मंहगे विज्ञापन
जानकारों का कहना है कि दिल्ली सरकार का इन विज्ञापनों को बनवाने से लेकर लगवाने पर करोड़ों रुपये का खर्च आएगा। जिनके जगहों पर उक्त बोर्ड लगे हैं, वहां पर विज्ञापन करने का खर्चा बहुत मोटा आता है।
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जगह से तय होते
दरअसल विज्ञापनों के रेट तो जगहों से तय होते हैं। सबसे महंगा विज्ञापन कराने का खर्चा आईटीओ पर आता है। हालांकि केजरीवाल सरकार ने कलाम साहब के विज्ञापनों को आईटीओ पर तो नहीं लगाया पर ये विज्ञापन आईटीओ के आसपास देखे जा सकते हैं।
यानी खर्चा तो मोटा आ ही रहा होगा। इससे पहले दिल्ली सरकार ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए भी कई विज्ञापनों पर तगड़ा खर्चा किया। ये विज्ञापन भी राजधानी के बहुत से इलाकों में लगे हैं।
निकम्मी सरकार
दिल्ली विधानसभा के पूर्व सदस्य जितेन्द्र सिंह शंटी ने कहा कि केजरीवाल सरकार पूरी तरह से एक्सपोज हो चुकी है। ये निकम्मी साबित हुई है। ये अब जनता के काम की जगह विज्ञापन देकर साबित करना चाहती है कि वह एक्टिव है। जानकार पूछ रहे हैं कि एक बेहद सादा जीवन जीने वाले शख्स पर इतना खर्च करने की जरूरत क्या है दिल्ली सरकार को।