#KarnatakaElections2018: बंपर वोटिंग से कांग्रेस-बीजेपी दोनों खुश, पढ़ें किस क्षेत्र में बरसे कितने वोट
नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं, इसके बाद तमाम एग्जिट पोल जो सामने आए हैं वह इस बात की ओर इशारा करते हैं कि किसी भी दल को पूर्ण बहुमत मिलना थोड़ा मुश्किल है। कर्नाटक में इस बार त करीबन 70 फीसदी मतदान हुआ है, ऐसे में जिन क्षेत्रों में भारी मतदान हुआ है, यह माना जा रहा है कि वह क्षेत्र इस बार के चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। जिन क्षेत्रों में भारी मतदान हुआ है वह उत्तर कर्नाटक, पुराना मैसूर के इलाके, मध्य और तटीय जिले हैं।
भाजपा-कांग्रेस का अपना दावा
राजनीतिक विश्लेषकों की बात करें तो उनका कहना है कि इन जगहों पर हुआ मतदान काफी अहम साबित होगा। हालांकि कांग्रेस और भाजपा दोनों ने इस बात का दावा किया है कि वह यहां अधिक से अधिक वोट हासिल करके सीटें जीतने में सफल होंगी। एक तरफ जहां कांग्रेस का दावा है कि अधिक मतदान की वजह से बदलाव का संकेत है, लिहाजा पार्टी फिर से सत्ता में वापसी करेगी। वहीं भाजपा का कहना है कि अधिक मतदान इसलिए हुआ है क्योंकि लोग कांग्रेस को सत्ता से बाहर करना चाहते हैं।
अकेले उत्तर कर्नाटक में 50 विधानसभा सीटों पर बंपर वोटिंग
उत्तर कर्नाटक में कुछ एक जगहों पर ईवीएम में खराबी की खबर सामने आई थी, लेकिन अगर इन खबरों को छोड़ दें तो इस क्षेत्र से तकरीबन 50 विधायक चुनकर आते हैं, जहां भाजपा का दबदबा माना जाता है। यहां 70 फीसदी मतदान हुआ है। हालांकि शुरू में यहां मतदान की रफ्तार धीमी थी, लेकिन धीरे-धीरे यहां मतदान बढ़ा और लोग उत्साह के साथ वोट डालते हुए देखे गए।
पुराना मैसूर तय करेगा भविष्य
पुराना मैसूर क्षेत्र की बात करें तो यहां मांड्या और हासन जिलों को छोड़कर तकरीबन सभी जगह मतदान शांतिपूर्ण रहा। मैसूर में 70 फीसदी, मांड्या में 77 फीसदी, चामराजनगर में 78 फीसदी, हासन में 78 फीसदी वोट पड़ा। वहीं मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के संसदीय क्षेत्र चामुंडेश्वरी में 70 फीसदी वोटिंग हुई। सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र भी यहां की वरुणा सीट से उम्मीदवार है, जिन्होंने सिद्धारमनहुंडी में अपना वोट डाला।
तटीय कर्नाटक, सेंट्रल कर्नाटक अहम
तटीय कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़, उड़ुपी और उत्तर कन्नड को मिलाकर बात करें तो यहां 73 फीसदी मतदान हुआ है। इस पूरे इलाके को तटीय कर्नाटक कहते हैं, जहां दक्षिण कन्नड़ में 72 फीसदी, उडुपी में 75 फीसदी और उत्तर कन्नड़ में 70 फीसदी मतदान हुआ है। भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार येदियुरप्पा सहित तमाम भाजपा के शीर्ष नेताओं का भी भविष्य सेंट्रल कर्नाटक के ईवीएम में कैद हो चुका है। सेंट्रल कर्नाटक में 70 फीसदी मतदान हुआ है। कुछ हिस्सों को छोड़ दें तो तकरीबन हर जगह मतदान शांतिपूर्ण रहा। बहरहाल अंतिम फैसला 15 मई को ईवीएम के खुलने के बाद सामने आएगा।