Karnataka HC: जस्टिस एचपी संदेश को मिली थी तबादले की धमकी , जानिए क्या है मामला?
बेंगलुरु, 05 जुलाई। कर्नाटक हाईकोर्ट के जस्टिस एचपी संदेश ने सोमवार को ओपन कोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा किया है, जस्टिस संदेश ने कहा कि 'उन्हें कर्नाटक एंटी करेप्शन ब्यूरो (ACB) के शीर्ष अधिकारी को फटकार लगाने के मामले में तबादले की धमकी मिली है।' जस्टिस ने कहा कि 'हाईकोर्ट के मौजूदा जज ने मुझे धमकाते हुए कहा है कि अब आपका तबादला हो सकता है। उन्होंने मुझसे कहा कि आपने एसीबी के एडीजीपी पर टिप्पणी की तो इसका बुरा परिणाम आपको भुगतना पड़ सकता है।'
जस्टिस एचपी संदेश ने कहा कि 'इस तरह कि धमकियों से उनकी सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।अगर मेरे तबादले से लोगों को भला होता है तो मैं इसके लिए तैयार भी हूं लेकिन किसी भी तरह की धमकी से मैं डरता नहीं हूं।'
'मैंने जज बनने के बाद कोई संपत्ति नहीं जमा की'
उन्होंने आगे कहा कि 'मैंने जज बनने के बाद कोई संपत्ति नहीं जमा की है और ना ही मुझे कुर्सी खोने का भय है। मैं किसी का भी नाम यहां के लिए ले सकता है। मैं संविधान के खिलाफ ना करता हूं और ना ही किसी को करने देता हूं इसलिए मुझे धमकी ना दें, उन्होंने कहा कि मुझे बताया गया है कि 'एसीबी एडीजीपी की पहुंच काफी ऊपर तक है, तो मैं बता दूं कि मुझ पर इन सारी बातों का असर नहीं होता है। मैं किसी राजनीतिक दल से संबंधित नहीं हूं। मैं किसी भी राजनीतिक विचारधारा का पालन नहीं करता हूं।'
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जानिए क्या है मामला?
पिछले सप्ताह बेंगलुरु शहर के उपायुक्त जे मंजूनाथ के कार्यालय में डिप्टी तहसीलदार महेश को 5 लाख रु रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था। पूछ-ताछ में महेश ने कहा कि 'उन्होंने ये रिश्वत जे मंजूनाथ के कहने पर ली है। लेकिन जो एफआईआर दर्ज की गई, उसमें जे मंजूनाथ का नाम ही नहीं था।' इसी मामले की सुनवाई कोर्ट में हो रही थी, इसी सुनवाई के तहत जस्टिस संदेश की पीठ ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए सवाल किया था कि 'आखिर क्यों वरिष्ठ अधिकारियों को बचाया जा रहा है जबकि कनिष्ठ कर्मचारियों पर केस चलाया जा रहा है। एसीबी कलेक्शन सेंटर बनता जा रहा है।'
आईएएस अफसर जे मंजूनाथ गिरफ्तार
हाईकोर्ट के इस तेवर के बाद सोमवार को ही आईएएस अफसर जे मंजूनाथ को गिरफ्तार किया गया है, उन पर बंगलूरू शहर में उपायुक्त रहते हुए भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। उनकी गिरफ्तारी उनके आवास यशवंतपुर से हुई है। मंजूनाथ की गिरफ्तारी एसीबी की एक रिपोर्ट के आधार पर हुई है, जिसमें एक अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगे हैं, उसी में एक मामले में मंजूनाथ भी आरोपी हैं।