कर्नाटक चुनावः नरेंद्र मोदी अंतिम चरण में किन मुद्दों से करेंगे वार?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को कर्नाटक में अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करेंगे. अपनी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का परचम यहां भी लहराने के लिए वो बड़े नेताओं के साथ मैदान में उतरेंगे.
चुनावी अभियान के समाप्त होने से ठीक 10 दिन पहले अगले पांच दिनों तक वो कर्नाटक के दौरे पर होंगे. इस दौरान वो 15 रैलियों को संबोधित करेंगे.
आश्चर्य की बात यह है कि उनकी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को कर्नाटक में अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करेंगे. अपनी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का परचम यहां भी लहराने के लिए वो बड़े नेताओं के साथ मैदान में उतरेंगे.
चुनावी अभियान के समाप्त होने से ठीक 10 दिन पहले अगले पांच दिनों तक वो कर्नाटक के दौरे पर होंगे. इस दौरान वो 15 रैलियों को संबोधित करेंगे.
आश्चर्य की बात यह है कि उनकी रैलियों में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा शामिल नहीं होंगे.
नरेंद्र मोदी का अभियान वहां के पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरेगा. पंजाब को छोड़ दें तो बीजेपी को लगभग सभी विधानसभा चुनावों में मज़बूत विपक्षी नेताओं का सामना करना पड़ा है. यहां भी उनके सामने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया होंगे.
पार्टी के प्रवक्ता डॉ. वमन आचार्य ने बीबीसी हिंदी से कहा, "मोदीजी का यहां आना कार्यकर्ताओं में उत्साह भरेगा और हम लोग 150 के आंकड़े को पार करने जा रहे हैं. उत्तर प्रदेश और मणिपुर चुनावों में भी हम लोगों ने उम्मीद के मुताबिक़ आंकड़े प्राप्त किए थे. हम लोग यहां सरकार बनाएंगे."
पार्टी की प्रदेश इकाई ने उन बिंदुओं को तैयार कर लिया है, जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस को चुनावी अभियानों में घेरेंगे.
कुछ महीने पहले शुरू हुए अभियान में बीजेपी ने कांग्रेस को बिना किसी सबूत के भ्रष्टाचार पर घेरा है. बीजेपी कांग्रेस को तुष्टिकरण की राजनीति, प्रशासनिक विफलता और अन्य मुद्दों पर घेरती आई है.
कांग्रेस का वार
पिछले हफ़्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐप के ज़रिए पार्टी के उम्मीदवारों से बातचीत की. उन्होंने पूरी चर्चा को विकास के मुद्दों पर केंद्रित रखा और कहा था कि वो "विकास, विकास और सिर्फ विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं."
लेकिन पार्टी में दरार तब और चौड़ी हो गई, जब पार्टी ने अवैध खनन के आरोपों से घिरे जनार्दन रेड्डी के परिवार के सात सदस्यों और मित्रों को टिकट दे दिए. कांग्रेस ने अपने चुनावी अभियान में इसे अपना हथियार बनाया और इस पर जमकर बोले.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर्नाटक दौरे के शुरुआत से पहले मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ट्वीट कर उनका कर्नाटक में स्वागत किया है. उन्होंने कई ट्वीट के ज़रिए प्रधानमंत्री से कई सवाल भी पूछे हैं.
उन्होंने सवाल किया है कि क्या जनार्दन रेड्डी उनकी रैलियों में शामिल होंगे?
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह भ्रष्टाचार की दो बैसाखियों पर चल रहे हैं. एक तरह उनके मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार येदियुरप्पा हैं और दूसरी ओर रेड्डी बंधु, जो सात सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं."
लेकिन चुनावी अभियान के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों के मुद्दे क्या होंगे? इस सवाल पर राजनीतिक विशेषज्ञ और धारवाड़ यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हरीश रामास्वामी कहते हैं, "वो अपने भाषणों में नए मुद्दों को शामिल कर सकते हैं. लेकिन मुझे लगता है कि वो संकट में डूबी प्रदेश बीजेपी में जान फूंक पाएंगे."
युवाओं की मांग
अंतिम चरण के अभियान के लिए प्रधानमंत्री जहां अपना पहला चुनावी भाषण देंगे, वहां युवाओं के एक समूह ने "वोट के लिए नौकरी" के बैनर के साथ जुलूस निकाला.
अभियान में शामिल मुथुराज ने कहा, "नहीं, हम लोगों ने काले झंडे नहीं पकड़े हैं और न ही प्रदर्शन कर रहे हैं. हम लोग बस ये चाहते हैं कि प्रधानमंत्री हम लोगों से बात करें कि हर साल एक करोड़ नौकरी के देने का जो उन्होंने वादा किया था उनमें से कितनी नौकरियां दीं."
"हम लोग बस ये कह रहे हैं कि चलिए मोदी जी, हम लोग बात करते हैं."
'नौकरी के लिए वोट' अभियान के लिए मोबाइल ऐप भी तैयार किया गया है, जिसे 33 हज़ार बार डाउनलोड किया जा चुका है. अभियान के तहत युवाओं ने विभिन्न राजनैतिक पार्टियों से नौकरी के मुद्दों पर बात करने की कोशिश की पर कांग्रेस पार्टी ने ही इस पर उनके साथ चर्चा की है.
मुथुराज कहते हैं कि बीजेपी ने हम लोगों से बात तक नहीं की.
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