कर्नाटक: फर्जी वोटर आईडी मामले पर कांग्रेस और BJP आमने-सामने
बेंगलुरू: कर्नाटक के बेंगलुरू में 9746 फर्जी वोटर आईडी कार्ड मिलने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले पर कांग्रेस चुनाव आयोग भी पहुंची थी। कांग्रेस की ओर से दावा किया गया कि जिस फ्लैट में फर्जी वोटर आईडी कार्ड मिले हैं उसकी मालकिन मंजुला नंजामारी हैं जो कि बीजेपी की पूर्व निगम पार्षद रही हैं, उन्होंने अपने गोद लिए बेटे राकेश को इसे किराए पर दे रखा है। इस मुद्दे पर कांग्रेस ने भाजपा पर जमकर हमला बोला है।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि मंजुला नंजामारी 1997 से 2002 तक BJP कार्पोरेटर रहीं और इस दौरान वो पार्टी की सक्रिय सदस्या थी। पिछले 24 घंटे के अंदर कर्नाटक बीजेपी प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने इनसे किनारा कर लिया है। वहीं इसपर भाजपा ने भी जवाबी हमला बोला है। संबित पात्रा ने कहा कि मंजुला नंजामारी 15 सालों तक BJP कार्पोरेटर रहीं लेकिन उनका भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है। बीजेपी ने इस मामले में जाँच की मांग की है।
इसके पहले फ्लैट की मालकिन मंजुला नंजामारी ने पूरे मामले पर बात करते हुए कहा था कि कांग्रेस के आरोप बेबुनियाद हैं। जिस फ्लैट का किरायेदार कांग्रेस पार्टी राकेश को बता रही है, उसका किरायेदार रेखा और रंगराजू हैं। उन्होंने कहा कि ये झूठी खबर है कि जिस फ्लैट से 9746 फर्जी वोटर कार्ड मिले उसका किरायेदार राकेश है।
दरअसल कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी समर्थक राकेश पर इस फ्लैट का किरायेदार होने का आरोप लगाया था। मंजुला नंजामारी ने बताया कि मैं 1997 से 2002 तक निगम पार्षद रही थी। उस समय बीजेपी ने मेरी जीत में मदद की थी। मैं केवल एक गृहणी थी, बीजेपी ने मेरा समर्थन किया था। इसलिए मैं खुद को उनकी 'शरण' में मानती हूं। मैं कांग्रेसी नहीं हूं, और कभी नहीं बन पाऊंगी।