Farmers Protest : कंगना ने रिहाना को बताया 'बेवकूफ' और किसानों को कहा 'आतंकी', हुईं जमकर ट्रोल
Kangana Ranaut Reacts Rihanna For Farmers Tweet, Calls her 'Fool', Gets Trolled: नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 70वें दिन में प्रवेश कर गया है। गणतंत्र दिवस पर निकाले गए किसान ट्रैक्टर मार्च के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा के बाद कमजोर पड़ता दिख रहे किसान आंदोलन ने अब फिर जोर पकड़ लिया है। एक और सरकार ने फिर से बातचीत के रास्ते खुले होने की बात कही है तो वहीं किसान कानून रद्द कराने की मांग पर अड़े हैं। तो वहीं अब इस आंदोलन को अंतर्राष्टीय स्तर पर भी समर्थन मिल रहा है, मशहूर पॉपस्टार और समाजसेवी रिहाना ने इसके समर्थन में ट्वीट किया है।
रिहाना का Tweet-हम इस बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं?
उन्होंने ट्विटर पर किसान आंदोलन के बारे में लिखे एक लेख को शेयर किया है, जिसमें आंदोलन की वजह से हरियाणा में इंटरनेट सेवाओं को बंद करने की बात लिखी है। पॉप स्टार ने इस खबर को शेयर करते हुए लिखा है कि हम इस बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं, FarmerProtest।
रिहाना के Tweet पर भड़कीं कंगना
रिहाना के इस ट्वीट पर बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत गुस्सा हो गईं,उन्होंने भड़कते हुए रिहाना के ट्वीट को Re-Tweet करते हुए प्रदर्शनकारियों को 'आतंकी' बता डाला और रिहाना को भी चुप बैठने को कहा।
कंगना ने किसानों का कहा 'आतंकी' और रिहाना को FOOL
कंगना ने ट्वीट किया - 'इसके बारे में कोई भी बात इसलिए नहीं कर रहा है क्योंकि ये किसान नहीं हैं बल्कि आतंकवादी हैं जो भारत को बांटना चाह रहे हैं ताकि चीन जैसे देश हमारे राष्ट्र पर कब्जा जमा ले और यूएसए जैसी चाइनीज कॉलोनी बना दें। तुम शांत बैठो बेवकूफ, हम लोग तुम्हारे जैसे बेवकूफ नहीं हैं जो अपने देश को बेच दें।'
कंगना के Tweet पर भड़के रिहाना के फैंस
हालांकि कंगना के इस ट्वीट के बाद लोगों ने कंगना को ही ट्रोल करना शुरू कर दिया और उनके कमेंट्स पर कड़ी प्रतिक्रियाएं दी हैं। कंगना का ट्वीट रिहाना के फैंस को बिल्कुल अच्छा नहीं लगा उन्होंने जमकर खरी-खोटी कंगना रनौत को सुनाई है और अपना इलाज कराने को कहा है।
स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने भी किया Tweet
मालूम हो कि रिहाना के ट्वीट पर स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने भी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा कि वो किसानों के साथ खड़े हैं। आपको बता दें कि हरियाणा के जींद जिले में कंडेला गांव स्थित खेल स्टेडियम में आज किसानों की प्रदेश स्तरीय महापंचायत होगी, जिसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी शामिल होंगे। इससे पहले किसान संगठनों ने 6 फरवरी को देशभर में चक्का जाम का ऐलान किया है।
प्रदर्शनकारियों पर पैनी नजर
आपको बता दें किसान आंदोलन से निपटने के लिए पुलिस (Delhi Police) ने दिल्ली की सीमाओं पर लोहे की कीलों के साथ ही सीमेंट डालकर मजबूत बैरीकेडिंग कर दी है। सिंघु बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस के जवान तैनात हैं और यहां प्रदर्शनकारियों पर पैनी नजर बनाए हैं।
छावनी में तब्दील बार्डर
मालूम हो कि 26 जनवरी को जिस तरह से दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा हुई उसके बाद प्रशासन प्रदर्शनकारियो को दिल्ली में आने से रोकने के लिए ये कदम उठाया है। हाल ही में किसानों और स्थानीय लोगों के बीच भी सिंघु बॉर्डर पर झड़प हुई थी, जिसमे कुछ पुलिसकर्मी और लोग घायल हो गए थे। प्रदर्शन स्थल पर बड़ी संख्या में आरएएफ, सीआरपीएफ के जवान तैनात हैं, हालांकि इनकी संख्या पहले की तुलना में कम है। हाईवे के अलावा प्रदर्शन स्थल को जोड़ने वाली दूसरी सड़कों को भी सीमेंट के बैरिकेड से दोनों ओर बंद कर दिया गया है। वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि हमें इन बैरिकेड, दीवारों से कोई फर्क नहीं पड़ता, ये हमारे हौसलों को नहीं तोड़ सकते हैं। किसानों का कहना है कि 26 जनवरी की घटना एक षड़यंत्र थी ताकि हमारी छवि को खराब किया जा सके, लेकिन इसके बाद हमारा प्रदर्शन और भी मजबूत हो गया है।