विभागों के आवंटन में 'देरी' की वजह बन रहे सिंधिया, तो इस पर गंभीरता से करें विचार: गणेश सिंह
भोपाल। मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार के मंत्रियों के बीच आठ दिन बाद भी विभागों का आवंटन नहीं होने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद गणेश सिंह ने गुरुवार को कहा कि अगर वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया कि वजह से विभागों के बंटवारे में देरी हो रही है तो उन्हें इस बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए। बता दें कि मप्र सरकार के कमाई वाले विभाग अपने खेमे के मंत्रियों को दिलवाने के लिए सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया अभी भी अड़े हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि सिंधिया अपने लोगों को आबकारी, परिवहन, राजस्व, वाणिज्यिक कर और जल संसाधन जैसे विभाग दिलवाना चाहते हैं।
मध्य प्रदेश के सतना लोकसभा सीट से सांसद गणेश सिंह ने कहा कि देरी अनावश्यक है और जनता के लिए एक अच्छा संदेश नहीं जा है। राज्य की राजनीति में सिंधिया का कद काफी ऊंचा है और पार्टी के वरिष्ठ नेता उन्हें बहुत सम्मान देते हैं। उन्हें इस बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए कि क्या उनकी वजह से विभागों के आवंटन में देरी हो रही है। गणेश सिंह ने अपने बयान में कहा कि मध्य प्रदेश की जनता शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में एक अच्छी सरकार देखना चाहती है। उन्होंने कहा कि पोर्टफोलियो का आवंटन एक मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है और किसी को भी इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
बीजेपी नेता गणेश सिंह ने कहा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने तीन कार्यकालों में मध्यप्रदेश को विकास के पथ पर अग्रसर किया, विभागों के आवंटन मामले में मुख्यमंत्री पर भरोसा किया जाना चाहिए। बता दें कि अप्रैल में मिनी विस्तार के लगभग तीन महीने बाद 2 जुलाई को राज्य मंत्रिमंडल का दूसरा विस्तार हुआ था। इस दौरान 28 मंत्रियों के शपथ लेने के छह दिन बाद भी सीएम शिवराज सिंह चौहान उन्हें विभागों का आवंटन करने में असमर्थ हैं। वह हाल ही में इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए भाजपा के शीर्ष नेताओं से मिलने के लिए नई दिल्ली भी आए थे।
नाराज
विधायक
ने
शिवराज
को
लिखा
खत
गौरतलब
है
कि
मध्य
प्रदेश
में
2
जुलाई
को
कैबिनेट
का
विस्तार
किया
गया।
ज्योतिरादित्य
सिंधिया
के
साथ
कांग्रेस
छोड़कर
आए
कई
विधायकों
को
कैबिनेट
में
जगह
दिए
जाने
के
बाद
बीजेपी
में
लगातार
असंतोष
बढ़
रहा
है।
गत
रविवार
राज्य
में
बीजेपी
के
वरिष्ठ
नेता
और
पूर्व
मंत्री
अजय
विश्नोई
ने
सीएम
शिवराज
को
एक
खत
लिखकर
कहा
था
कि
जबलपुर
और
रीवा
संभाग
के
नागरिकों
में
मंत्रिपरिषद
को
लेकर
असंतोष
व्याप्त
है
और
यह
स्वाभाविक
है।
दरअसल,
विंध्य-महाकोशल
अंचल
को
मंत्रिमंडल
में
पर्याप्त
तवज्जो
नहीं
मिलने
से
राजनीति
गर्मा
गई
है।
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