भारत में जून-जुलाई तक आ सकती है जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज वैक्सीन, तेजी से चल रहा है काम
नई दिल्ली, अप्रैल 26। अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन का इस्तेमाल अमेरिका में फिर से शुरू हो गया है। आपको बता दें कि इस वैक्सीन के इस्तेमाल पर लगी रोक को हटा दिया गया है। इसके अलावा इस वैक्सीन को लेकर एक बड़ी जानकारी ये है कि जून-जुलाई तक इस सिंगल डोज वैक्सीन का आयात भारत में भी शुरू हो सकता है। अभी वैक्सीन की उत्पादन प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इस चरण के पूरा होने के बाद वैक्सीन को शीशियों में डालने का काम और फिर पैकिंग करके इसे भारत रवाना कर दिया जाएगा।
फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन भी आएगी भारत!
आपको बता दें कि भारत जॉनसन एंड जॉनसन के अलावा कई पश्चिमी देशों और जापान में इस्तेमाल की जा रही वैक्सीन के भी आयात पर भी जोर दे रहा है। इनमें फाइजर, मॉडर्ना की वैक्सीन भी शामिल है। अभी तक भारत ने रूस की वैक्सीन स्पूतनिक वी को भारत में लाने का रास्ता एकदम साफ कर लिया है। स्पूतनिक वी की डोज भी बहुत जल्द लोगों को लगना शुरू हो जाएंगी।
वैक्सीन को लेकर कंपनी ने किए हैं ये दावे
आपको बता दें कि इस वैक्सीन को लेकर कंपनी ने यही दावा किया है कि अगर इसकी एक डोज जो व्यक्ति लगवा लेगा तो भले ही उसको 28 दिन के बाद फिर से कोरोना हो जाए, लेकिन उसे अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कंपनी का कहना है कि इस वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच तीन महीने तक स्टॉक किया जा सकता है। इसके अलावा शून्य से 20 डिग्री के बीच इस वैक्सीन को 2 साल के लिए सुरक्षित रखा जा सकता है। कंपनी का दावा है कि इस वैक्सीन का प्रभाव 66 फीसदी और अमेरिका में 72 फीसदी तक पाया गया है।