जम्मू कश्मीर: पैलेट गन पीड़ितों पर डॉक्यूमेंट्री बनाने के कारण फ्रांसीसी जर्नलिस्ट हिरासत में
जम्मू कश्मीर। कश्मीर में पैलेट गन पीड़ितों पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने के लिए पुलिस ने रविवार को फ्रांसीसी जर्नलिस्ट को हिरासत में ले लिया है। जम्मू कश्मीर पुलिस के मुताबिक, जर्नलिस्ट कोमिटी पॉल एडवर्ड अपनी डॉक्यूमेंट्री शूटिंग के लिए अलगाववादियों और पैलेट गन पीड़ितो से मुलाकात कर रहे थे। पिछले साल हिजबुल कमांडर के मारे जाने के बाद कश्मीरी पत्थरबाजों पर इंडियन आर्मी ने पैलेट गल का प्रयोग किया था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, कोमिटी पॉल एडवर्ड को श्रीनगर में वीजा नियमों का उल्लंघन करने के लिए हिरासत में लिया गया है। अधिकारी की मानें तो एडवर्ड के पास भारत की यात्रा के लिए बिजनेस वीजा है, जो 22 दिसंबर 2018 तक वैध है। बिजनेस वीजा के तहत किसी को भी राजनीतिक और सुरक्षा संबंधि मुद्दों पर डॉक्यूमेंट्री या किसी भी तरह की फिल्म बनाने की अनुमति नहीं है।
पिछले साल जुलाई में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी को इंडियन आर्मी ने मार गिराया था, उसके बाद से कश्मीर में सेना और प्रदर्शनकारियों के बीच जबरदस्त हिंसा देखने को मिली थी। उस दौरान इंडियन आर्मी ने प्रदर्शनकारियों पर पैलेट गन का इस्तेमाल किया था, जिससे कई लोगों के आंखों की रोशनी चली गई थी और कई घायल भी हुए थे।