UPA की स्किम मनरेगा को 38500 करोड़ रु. आवंटित
नयी दिल्ली। केंद्र सरकार ने दूसरा आम बजट प्रस्तुत किया। वित्तमंत्री अरूण जेटली नेसाल 2016 का बजट पेश किया। इस बजट में पूरा ध्यान रुलर इंडिया पर दिया गया है। अपने अभिभाषण की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा कि मेरा बजट 9 बातों पर आधारित हैं। जिसमें कृषि विकास, ग्रामीण विकास और ग्रामीण रोजगार का विकास, सामाजिक उन्नयन, स्कील्स को बढ़ाना, इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ क्वालिटी ऑफ लाईफ को बढ़ाना, ट्रांसफॉर्म इंडिया पर आधारित है।
जेटली ने अपने बजट में 38,500करोड़ रुपये का प्रावधान महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत योजनाओं के लिए किया गया है। यूपीए सरकार की चलाई गई इस योजना मनरेगा जिसे एनडीए सरकार नीरस मानती थी उसपर अब 38500 करोड़ रुपए आवंटित किए गए। वहीं पिछले साल भी 34,699 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की गई थी। मनरेगा के तहत 5 लाख कुंए और तालाबें बनाने की घोषणा की गई।
मनरेगा को कब-कब कितना मिला
- 2010-2011 में मनरेगा के लिए 40100 रुपए आवंटित किए गए।
- 2011-2012 में मनरेगा के लिए 40000 रुपए आवंटित किए गए।
- 2012-2013 में मनरेगा के लिए 33000 रुपए आवंटित किए गए।
- 2014-2015 में मनरेगा के लिए 33000 रुपए आवंटित किए गए।
- 2015-2016 में मनरेगा के लिए 34699 रुपए आवंटित किए गए।
- 2016-2017 में मनरेगा के लिए 38500 रुपए आवंटित किए गए।