गणतंत्र दिवस पर ITBP की इस टीम को मिला राजपथ की सुरक्षा का जिम्मा, खास नस्ल के कुत्ते भी होगें तैनात
नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस समारोह के चलते पूरे देशभर में सुरक्षा का इंतजाम पुख्ता है। राजधानी दिल्ली तो किले में तब्दील हो चुकी है। राजपथ और इंडिया गेट की सुरक्षा का जिम्मा आईटीबीपी की K9 टीम को सौंपा गया है। इस टीम में मालिनोइस नस्ल का कुत्ता शामिल है। इस नस्ल के कुत्ते बेल्जियम में मिलते हैं। आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस ने आईटीबीपी से उनके क्रैक K9 टीम को तैनात करने का आग्रह किया था ताकि इंडिया गेट और राजपथ को सैनिटाइज किया जा सके और परेड के लिए तैयार किया जा सके।
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बात अब मालिनोइस नस्ल के कुत्तों की करें तो ये सभी तरह के मौसम के हालातों और सभी इलाकों में काम करने के हिसाब से ट्रेंड किए जाते हैं। इस टीम के कुत्ते काफी फ्रेंडली होते हैं और लोगों को तुरंत आकर्षित कर लेते हैं। इन्हें लोगों के साथ किस तरह पेश आना है इसके लिए भी प्रशिक्षण दिया गया है। साथ ही संदिग्ध हालातों में कैसे रिएक्ट करना है इन्हें इसकी भी बखूबी जानकारी है। यह टीम इंडिया गेट और राजपथ पर अपने गुणों का परिचय देंगे।
ITBP अधिकारी ने कहा, ITBP की K9 टीम में उच्च प्रशिक्षित और भरोसेमंद कुत्ते हैं जो आतंक की गंध पहचान लेते हैं। इसमें उनसे गलती हो ही नहीं सकती और परेड के दौरान गणतंत्र दिवस समारोह की सुरक्षा भी पर्याप्त होगी।' देश के नक्सल प्रभावित इलाकों समेत विभिन्न हिस्सों में ये कुत्ते काम करते रहे हैं। ITBP ने कहा, 'पिछले एक दशक से दिल्ली पुलिस के लिए विभिन्न असाइनमेंट में कुत्तों का यह टीम सबसे बड़ा कंट्रीब्यूटर रहा।
इस बार परेड में हुए हैं ये बदलाव, कारण है कोरोना
- NSG कमांडो परेड में एक-दूसरे से 1.5 मीटर से अधिक दूरी पर मार्च करेंगे। इससे पहले वह राजपथ पर कंधे से कंधा मिलाकर चलते थे।
- पिछले साल के मुकाबले इस साल सिर्फ 40% जवान ही परेड में हिस्सा लेंगे।
- इस साल राजपथ पर कुल 32 झाकियां निकाली जाएंगी। 17 झाकियां राज्यों की, बाकी केंद्रीय मंत्रालयों की होंगी।
- इस बार परेड को 8.5 किलोमीटर से घटाकर 3 किलोमीटर कर दिया गया है।
- इस बार चीफ गेस्ट के रूप में कोई भी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल नहीं होगा।
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