ISRO: इस दिन फिर इतिहास रचने को इसरो तैयार, ओशनसैट-3 और 8 नैनो उपग्रहों के साथ PSLV54 होगा लॉन्च
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) शनिवार को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से आखिरी ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) को लॉन्च करेगा। अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट-03 (EOS-03) को लॉन्च किया जाएगा।
ISRO PSLV54 Oceansat-3 and 8 nano satellites: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) शनिवार को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से आखिरी ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) को लॉन्च करेगा। अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट-03 (EOS-03) को लॉन्च किया जाएगा, जिसे ओशनसैट-3 के नाम से भी जाना जाता है। इसरो ने ओशनसैट-3 और आठ लघु उपग्रहों के साथ पीएसएलवी-54/ईओएस-06 मिशन का प्रक्षेपण करेगा। इसरो ने इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली है।
भारत और भूटान द्वारा संयुक्त रूप से विकसित एक सहित आठ नैनो उपग्रहों को लॉन्च किया जाएगा। उपग्रह को सन सिंक्रोनस ऑर्बिट में लॉन्च किया जाएगा। भारत ने सितंबर 2021 में उपग्रह के संयुक्त विकास के लिए भूटान के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिसे 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की थिम्पू यात्रा के बाद शुरू किया गया था।
30 सेंटीमीटर क्यूबिक उपग्रह भूटानी इंजीनियरों द्वारा बनाया गया है जो पृथ्वी की सतह की छवियों को कैप्चर कर सकता है और भूटान के ऊपर उड़ान भरेगा। 15 किलोग्राम का उपग्रह दिन में कम से कम दो से तीन बार भूटान की सतह को कवर करेगा। 2019 में भूटान ने अपना पहला उपग्रह, भूटान-1, अंतरिक्ष में लॉन्च किया, जो शिक्षा-आधारित क्यूबसैट था।
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