डैंड्रफ़ की समस्या: क्या बालों में रूसी का कोई इलाज है?
डैंड्रफ़ या बालों में रूसी, एक ऐसी समस्या है जिससे बहुत से लोग परेशान रहते हैं. एक ऐसी समस्या जो बार-बार जाकर वापस आ जाती है.
डैंड्रफ़ या बालों में रूसी, एक ऐसी समस्या है जिससे बहुत से लोग परेशान रहते हैं. एक ऐसी समस्या जो बार-बार जाकर वापस आ जाती है.
हो सकता है आपको ये जानकर आश्चर्य हो कि डैंड्रफ़ मुख्य रूप से एक फ़ंगस के कारण होता है.
सामन्य तौर पर डैंड्रफ़ लगभग हम सभी की त्वचा पर प्राकृतिक रूप से होता ही है लेकिन इनमें से आधे लोगों में यह समस्या बन जाता है.
उसमें भी एक-तिहाई लोग ऐसे होते हैं जिनमें यह समस्या इस कदर हो जाती है कि उनका बाहर आना-जाना मुश्किल हो जाता है.
डैंड्रफ़ की समस्या यूं तो बेहद सामान्य समस्या है लेकिन कई बार समाजिक स्तर पर यह शर्मिदगी का कारण भी बन जाता है.
कम उम्र में बाल सफ़ेद क्यों हो रहे हैं?
महिलाओं के शरीर पर बाल वाला विज्ञापन चर्चा में क्यों
डैंड्रफ़ से निपटने के तरीके
कई लोगों ने यह स्वीकार किया है कि उन्होंने सामाजिक समारोहों में जाना और लोगों से मिलना-जुलना इसलिए कम कर दिया क्योंकि उनके डैंड्रफ़ के कारण उन्हें शर्मिंदगी महसूस होती है.
लेकिन डरिए नहीं... डैंड्रफ़ से निपटने के कुछ कारगर तरीक़े हैं.
डैंड्रफ़ के लिए मुख्य रूप से जो फ़ंगस ज़िम्मेदार है उसे मालासेज़िआ ग्लोबोसा कहते हैं. मुख्य रूप से इसी फ़ंगस के कारण डैंड्रफ़ होता है.
ये फंगस हमारी त्वचा और हमारे बालों का तेल सोख लेता है. लेकिन जब यह ऐसा करता है तो ठीक उसी समय यह ओलेइक एसिड प्रोड्यूस करता है, जिसकी वजह से हमारी त्वचा में खुजली हो सकती है.
कुछ लोगों में, ये प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को रोक देता है जिसकी वजह से सिर की त्वचा से सूखी परतें निकलकर झड़ने लगती हैं.
कुछ के बदन पर बाल क्यों नहीं होते?
तिरुपति मंदिर से बालों की तस्करी का चीन से कनेक्शन
वायु प्रदूषण इसे और बदतर कर देता है जबकि सूर्य की यूवी किरणें इस स्थिति को नियंत्रित करने में मददगार हो सकती हैं.
ऐसे में डैंड्रफ़ से छुटकारा पाने के लिए स्कैल्प में तेल लगाना बिल्कुल भी अच्छा नहीं है.
ये फ़ंगस मालासेज़िआ ग्लोबोसा आपके बाल और त्वचा में मौजूद प्राकृतिक तेल को सोखता है. ऐसे में इस तेल को धोना या साफ़ करना ज़्यादा मददगार साबित हो सकता है.
हालांकि, कुछ केमिकल्स ऐसे हैं जिनकी मदद से इस ख़त्म किया जा सकता है. सबसे असरदार एंटी-फंगल केमिकल माइकोनाज़ोल और केटोकोनाज़ोल हैं.
कुछ शैंपू में केटोकोनाज़ोल का प्रयोग किया जाता है लेकिन माइकोनाज़ोल फिलहाल सिर्फ़ त्वचा पर लगायी जाने वाली क्रीम में ही उपलब्ध है. हालांकि जानवरों के लिए उपलब्ध कुछ शैंपू में माइकोनाज़ोल केमिकल होता है.
बच्चों को एक वक़्त का खाना खिलाने के लिए बेचने पड़े बाल
पैरों पर बाल के चलते मॉडल को रेप की धमकियां
एंटीफंगल शैंपू
हालांकि आपको लग सकता है कि एंटीफंगल शैंपू का असर कुछ समय बाद नहीं रह जाता है.
इसलिए आपको समय-समय पर इन विकल्पों को दोबारा से इस्तेमाल करने की ज़रूरत होती है.
कोल टार शैंपू त्वचा के टर्नओवर की प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं. इसके अलावा सैलिसाइलिक एसिड युक्त शैंपू फ्लेक्स से छुटकारा पाने में मदद कर सकते हैं.
हालांकि, जिंक या सेलेनियम युक्त शैंपू भी फ़ंगस की रोकथाम में सहायक हो सकते हैं. ऐसे में डैंड्रफ़ से राहत पाने के लिए कई तरह के उपाय अपनाए जा सकते हैं.
शोधकर्ताओं ने मालासेज़िआ के जेनेटिक कोड को सीक्वेंस्ड किया है और इसकी मदद से इस फ़ंगस से निजात पाने के लिए ज़्यादा कारगर दवाओं को विकसित करने पर काम किया जा रहा है.
नाक के इन 'बालों' पर क्यों मचा बवाल?
गंजा होने के अपने फ़ायदे भी हैं
ख़ुद से कैसे करें डैंड्रफ़ का इलाज
डैंड्रफ़ एक बेहद सामान्य स्किन कंडिशन हैं.
आमतौर पर डैंड्रफ़ के फ्लेक्स गहरे रंग के बालों में साफ़तौर पर नज़र आते हैं और जब यह समस्या बढ़ जाती है तो डैंड्रफ़ कंधों पर भी नज़र आना लगता है.
इस स्थिति में आपको स्कैल्प रूखा महसूस हो सकता है और आपको खुजली भी हो सकती है.
क्या करें
सबसे आसान उपाय तो यही है कि आप कोई भी अच्छा एंटी-डैंड्रफ़ शैंपू इस्तेमाल करें. इसमें भी कई तरह के ब्रांड आपको मिल जाएंगे.
जिन शैंपू में ये केमिकल हों उन्हें आप डैंड्रफ़ की रोकथाम के लिए ख़रीद सकते हैं-
जिंक पाइरीथियोन
सैलीसीलिक एसिड
सेलेनियम सल्फ़ाइड
कीटोकोनाज़ोल
कोल टार
अगर डैंड्रफ़ की समस्या बहुत अधिक है तो क़रीब एक महीने तक एंटी-डैंड्रफ़ शैंपू का इस्तेमाल करके देखें. आप चाहें तो एक से अधिक एंटी-डैंड्रफ़ शैंपू इस्तेमाल करके देख सकते हैं इससे आपको यह समझ आ जाएगा कि आपके बालों के लिए ज़्यादा अच्छा कौन सा है.
डैंड्रफ़ होने की वजह
डैंड्रफ़ साफ-सफ़ाई की कमी के कारण नहीं पनपता है लेकिन हां ये ज़रूर है कि अगर आप अपने बालों को साफ़ नहीं रखते हैं तो यह अधिक स्पष्ट तौर पर दिखाई देने लगता है.
तनाव के कारण और ठंडे मौसम में डैंड्रफ़ होने की आशंका काफी बढ़ जाती है.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)