वंदे भारत ने तोड़ा रिकॉर्ड,स्पीड में बुलेट ट्रेन को दी मात, इस रूट पर भी चलाने की तैयारी
नई दिल्ली, 27 सितंबर: मेक इन इंडिया पहल के तहत देश में बनी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन ने एक और रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस ट्रेन ने ट्रायल रन में जीरो से 100 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ने में सिर्फ 52 सेकेंड लगाए हैं। इतने कम समय में यह स्पीड जापानी बुलेट ट्रेन से भी ज्यादा है। गौरतलब है कि इससे पहले भी वंदे भारत ट्रेन ने स्पीड के मामले में एक रिकॉर्ड कायम किया था। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की नई ट्रायल रन की सफलता की जानकारी खुद रेल राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे पाटिल ने दी है। यह स्वदेशी ट्रेन इस समय देश की दो लोकप्रिय रूटों पर चलाई जा रही है, लेकिन नवरात्र से इसके तीसरे रूट पर भी चलाए जाने की तैयारी है।
वंदे भारत ने तोड़ा रिकॉर्ड, 52 सेकेंड में 100 किमी की रफ्तार
भारत की पहली सेमी-हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन ने स्पीड के मामले में अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस ट्रेन ने हाल ही में शून्य से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड सिर्फ 52 सेकेंड में पकड़ ली है। इस तरह से इस ट्रेन का यह ट्रायल रन सफल रहा है। इससे पहले इस ट्रेन ने शून्य से 100 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ने में 54.6 सेकेंड का समय लगाया था। यहां इस बात का जिक्र करना जरूरी है कि इस स्वदेशी सेमी-हाई स्पीड ट्रेन ने तभी जापान में बनी बुलेट ट्रेन को रप्तार के मामले में पीछे छोड़ दिया था, क्योंकि इस हाई स्पीड ट्रेन को भी शून्य से 100 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ने में 55 सेकंड लगते हैं।
दो महत्वपूर्ण रूटों पर चल रही है ये ट्रेन
भारतीय रेलवे की ओर से चलाई जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन फिलहाल देश के दो महत्वपूर्ण और लोकप्रिय रूटों पर चलाई जा रही है, लेकिन इसी त्योहारी मौसम में इसके एक और रूट पर चलाए जाने की संभावना है। मार्च, 2022 तक यह ट्रेन सिर्फ नई दिल्ली से श्री माता वैष्णो देवी कटरा और नई दिल्ली से वाराणासी स्टेशनों के बीच ही चलाई जा रही थी। इस ट्रेन को पहली बार 15 फरवरी, 2019 में लॉन्च किया गया था।
नवरात्र से इस रूट पर भी चलाने की तैयारी
9 सितंबर, 2022 को ही अहमदाबाद-मुंबई रूट पर भी रेल अधिकारियों की मौजूदगी में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की स्पीड का ट्रायल किया गया है। इस दौरान इस स्वदेशी ट्रेन ने 130 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार पकड़ी है। संभावना है कि इस रूट पर इसी नवरात्रि के त्योहार से इस ट्रेन सेवा को लॉन्च किया जा सकता है। यह रूट भी एक व्यस्त और लोकप्रिय रूट में शामिल है।
मेक इन इंडिया मिशन के तहत बनी ट्रेन-18
वंदे भारत ट्रेनों की डिजाइन और निर्माण चेन्नई के पेरांबुर स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री ने किया है। यह केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से शुरू किए गए मेक इन इंडिया मिशन का हिस्सा है, जिसे बनाने में 18 महीने लगे। इसलिए इसे ट्रेन-18 के नाम से भी जानते हैं। पहले कोच के निर्माण की लागत 100 करोड़ रुपए अनुमानित थी। हालांकि, बड़े पैमाने पर निर्माण की स्थिति में उत्पादन लागत कम होने की संभावना है। मूल कीमतों की बात करें तो यूरोप से ट्रेन आयात करने की तुलना में इसपर लागत 40% कम रहने का अनुमान है।
160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ने में सक्षम
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की डिजाइनिंग 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाने के लिए की गई है। अनुकूल ट्रैक मिलने पर यह चंद सेकेंेड में 140 किलोमीटर तक की भी रफ्तार को छूने में सक्षम है। अलबत्ता टेस्ट के दौरान यह 180 किलोमीटर की रफ्तार से भी ऊपर जा सकती है। लेकिन, जबतक ट्रैक को पूरी तरह इसके अनुकूल नहीं बना लिया जाता, इतनी ज्यादा रफ्तार देना संभव नहीं है। यह ट्रेन फिलहाल 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाई जा रही है।
|
रेल राज्यमंत्री ने दी जानकारी
रेल राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे पाटिल ने अपने ट्विटर हैंडल पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के अपना ही रिकॉर्ड तोड़ने की जानकारी देते हुए लिखा है, 'वंदे भारत एक्सप्रेस ने बनाया नया रिकॉर्ड। महज 52 सेकेंड में 100 किमी प्रति घंटे की पकड़ी रफ्तार।