कर्नाटक में पैराग्लाइडिंग के दौरान हादसा, भारतीय नौसेना के कैप्टन की हुई मौत
नई दिल्ली। भारतीय नौसेना के एक कैप्टन की पैराग्लाइडिंग के दौरान हुए हादसे में मौत हो गई है। ये हादसा कर्नाटक के कारवार बीच पर शुक्रवार की सुबह हुआ है। मतृक कैप्टन की पहचान 55 साल के मधुसूदन रेड्डी के तौर पर हुई है। वह मूल रूप से आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे। कैप्टन और उनका परिवार शुक्रवार सुबह बेंगलुरू से कारवार पहुंचा था और शाम के समय बीच पर मौजूद थे। इस हादसे के पीछे की वजह इंजन का फेल होना बताया जा रहा है। हालांकि जो इंस्ट्रक्टर था, वह बचने में कामियाब रहा है।
इंस्ट्रक्टर को लाइफ गार्ड्स और मछुआरों ने बचाया है। हैरानी की बात ये है कि कोरोना वायरस महामारी के आने के बाद संक्रमण से बचाव के लिए जब लॉकडाउन लगा था, तभी से इस तरह की गतिविधि पर रोक लग गई थी। लॉकडाउन के बाद शुक्रवार ही पहला दिन था, जब दोबारा पैराग्लाइडिंग गतिविधि शुरू की गई। कैप्टन रेड्डी के परिवार ने बताया कि उन सभी ने पैरामोटर से उड़ान भरी थी और आखिर में उड़ान के लिए वो (कैप्टन मधुसूदन रेड्डी) गए थे। जब ग्लाइडर 100 फीट की ऊंचाई पर था, उसी दौरान उसमें कोई तकनीकी खराबी आ गई। जिसके कारण इंजन बंद हो गया और वह नीचे आ गिरा।
मामले में पुलिस का कहना है कि जिस समय रेड्डी को समुद्र के किनारे तक लाया गया, तब वो जिंदा थे। लेकिन बाद में उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस आधे घंटे तक इंतजार करने के बाद भी नहीं पहुंची। जबकि जहां हादसा हुआ है, वहां से महज आधे घंटे की दूरी पर ही अस्पताल है। जिसके बाद पुलिस को ही अपनी जीप से उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। जब पुलिस रेड्डी को लेकर अस्पताल पहुंची, तो वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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