भारतीय वायुसेना का स्वदेशी फाइटर जेट तेजस सिंगापुर के एयर शो में होगा शामिल, दिखाएगा अपने करतब
नई दिल्ली, 12 फरवरी। भारतीय वायुसेना का तेजस फाइटर विमान सिंगापुर एयर शो में हिस्सा लेने वाला है। दो साल में होने वाले इस कार्यक्रम में एविएशन इडंस्ट्री को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
सिंगापुर एयर शो स्वदेशी तेजस दिखाएगा अपने जलवे
भारतीय वायु सेना (IAF) की 44 सदस्यीय क्रूप 15 से 18 फरवरी तक चलने वाले सिंगापुर एयर शो-2022 में भाग लेने के लिए शनिवार को सिंगापुर के चांगी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा । सिंगापुर एयर शो, जो इंटरनेशनल एविएशन इडंस्ट्री को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। IAF दुनिया भर के पार्टीसिपेन्ट्स के साथ स्वदेशी तेजस MK-I एसी को पिच करेगा।भारत का स्वदेसी तेजस लड़ाकू जेट अपनी बेहतर संचालन विशेषताओं और तेज रफ्तार को प्रदर्शित करते हुए एरोबेटिक्स के प्रदर्शन के साथ दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देगा।
इन देशो में भी हो चुका है स्वदेशी विमानों का प्रदर्शन
एयर शो में IAF की भागीदारी भारत को तेजस विमान का प्रदर्शन करने और RSAF (रॉयल सिंगापुर वायु सेना) और अन्य भाग लेने वाले टुकड़ियों के साथ बातचीत करने का अवसर प्रदान करेगी। पहले भी भारतीय वायु सेना ने मलेशिया में लीमा-2019 और दुबई एयर शो-2021 जैसे स्वदेशी विमानों का प्रदर्शन करने और एरोबेटिक टीमों के गठन के लिए इसी तरह के एयर शो में भाग लिया था।
भारत में बने तेजस की खासियत
तेजस एक भारतीय लड़ाकू जेट है जिसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना के लिए वैमानिकी विकास एजेंसी (ADA) के सहयोग से विकसित किया गया है। तेजस हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) प्रोग्राम का रिजल्ट है। 1980 के दशक में भारतीय वायुसेना के पुराने मिग -21 लड़ाकू विमानों को बदलने के लिए शुरू हुआ था। तेजस एचएएल द्वारा विकसित दूसरा सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है। जनवरी 2021 में, भारत ने 83 स्वदेशी रूप से विकसित एलसीए तेजस की खरीद के लिए 48,000 करोड़ रुपये के सौदे को मंजूरी दी।
प्रेरणादायक: शादी के दिन बेटी की स्टेज पर ही हो गई मौत, मां-बाप ने अंग दान कर पेश की मिसाल