यूपी के अमेठी में भारत रूस के साथ बनाएगा AK-203 राइफल्स, सरकार ने दी 5,100 करोड़ रुपए की परियोजना को मंजूरी
सरकार ने रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए रूस के साथ 500,000 से अधिक AK-203 असॉल्ट राइफलों के संयुक्त उत्पादन की योजना को मंजूरी दे दी है।
लखनऊ, 4 दिसंबर। सरकार ने रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए रूस के साथ 500,000 से अधिक AK-203 असॉल्ट राइफलों के संयुक्त उत्पादन की योजना को मंजूरी दे दी है। इस मामले के जानकार अधिकारियों ने कहा कि यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए 6 दिसंबर को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा से पहले आया है।
सरकार ने दी 5,100 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी
पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के अमेठी में राइफलों के संयुक्त रूप से निर्माण के लिए 5,100 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी। अधिकारियों ने कहा यह मंजूरी रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता के प्रति प्रतिबद्धता और दोनो देशों के बीच गहरी होती साझेदारी को दर्शाता है।
यह भी पढ़ें: जानिए केविन पीटरसन ने भारत और पीएम नरेंद्र मोदी को क्यों कहा थैंक्यू?
इन-सर्विस इंसास राइफल्स की जगह लेंगी राइफल्स
AK-203 असॉल्ट राइफलें तीन दशक से अधिक समय पहले शामिल की गई इन-सर्विस इंसास राइफल्स की जगह लेंगी। उन्होंने कहा कि यह परियोजना विभिन्न सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों और अन्य रक्षा फर्मों को कच्चे माल और घटकों की आपूर्ति के लिए व्यावसायिक अवसर प्रदान करेगी, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। इस परियोजना को इंडो-रशियन राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (IRRPL) नामक एक विशेष उद्देश्य संयुक्त उद्यम द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा। इसे भारत के तत्कालीन ओएफबी (अब एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड और मुनिशन इंडिया लिमिटेड) और रूस के रोसोबोरोनएक्सपोर्ट और कलाश्निकोव के साथ बनाया गया है। इन राइफलों का निर्माण अमेठी के कोरवा में किया जाएगा।