भारत ने फिर दिखाई अपनी ताकत, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का किया सफल परीक्षण
नई दिल्ली, 23 मार्च: रक्षा के क्षेत्र में एक बार फिर भारत ने दुनिया को अपनी ताकत का अहसास करवाया है। चीन हो या फिर पाकिस्तान हर देश को उसकी भाषा में जवाब देने वाले भारत ने अपनी शक्ति का एक बार बढ़ाया है। भारत ने बुधवार को सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (BrahMos supersonic cruise missile) का सफल परीक्षण किया। रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया है।
रक्षा के क्षेत्र में देश लगातार प्रगति कर रहा है। ऐसे में रक्षा मंत्रालय के मुताबिक लंबी रेंज की ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ने सटीकता के साथ अपने लक्ष्य को भेद दिया। वहीं एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के सफल परीक्षण पर बधाई दी। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार एयर चीफ मार्शल तैयारियों की समीक्षा करने के लिए अंडमान और निकोबार के द्वीप क्षेत्र में मौजूद हैं।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने ब्रह्मोस का सफल परीक्षण किया है। आपको बता दें कि हाल ही में ब्रह्मोस की रेंज को बढ़ाकर 800 किमी करने में सफलता मिली थी। ब्रह्मोस रैमजेट, सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है। इसे पनडुब्बी, पानी के जहाज, लड़ाकू विमान से या फिर जमीन से भी छोड़ा जा सकता है। इसे रूस की एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया और भारत के डीआरडीओ ने संयुक्त रूप से इसको विकासित किया है।
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का नया वर्जन, 800 किलोमीटर दूरी के टारगेट को करेगा तबाह
भारतीय वायुसेना ने अपने 40 सुखोई विमानों पर ब्रह्मोस को तैनात किया है। इस मिसाइल के जरिए ज्यादा दूरी और ज्यादा घातक नुकसान दुश्मन को पहुंचाया जा सकता है। ये मिसाइल रडार को भी चकमा दे सकती है। बता दें कि DRDO ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का नया एयर-लॉन्च वर्जन जारी किया है। ब्रह्मोस मिसाइल की मारक क्षमता अपग्रेड करते हुए 800 किलोमीटर तक कर दी गई है।