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350 किमी रेंज वाली पृथ्‍वी मिसाइल ने पास किया ट्विन टेस्‍ट

आईएनएस चेन्‍नई के बाद पृथ्‍वी मिसाइल का दोहरा परीक्षण। भारत के हाथों आई एक दिन में दो सफलताएं।

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बालासोर। सोमवार को जहां मुंबई में इंडियन नेवी को सबसे बड़ा डेस्‍ट्रॉयर आईएनएस चेन्‍नई मिला तो वहीं ओडिशा के चांदीपुर में इंडियन आर्मी को पृथ्‍वी मिसाइल के दो सफल टेस्‍ट्स की खुशी मिली। भारत ने परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम देश में निर्मित पृथ्‍वी मिसाइल का एक नहीं बल्कि दोहरा सफल टेस्‍ट किया।

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जमीन से जमीन पर मार करने वाली

ये टेस्‍ट्स ओडिशा के चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्‍ट रेंज (आईटीआर) से किया। रक्षा सूत्रों की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक आईटीआर के तीसरे परिसर स्थित से मोबाइल लॉन्‍चर से मिसाइल को लॉन्‍च किया गया।

टेस्‍ट सुबह नौ बजकर 35 मिनट पर हुआ और जमीन से जमीन पर मार कर सकने वाली पृथ्‍वी मिसाइल का एक के बाद दूसरा परीक्षण भी किया गया।

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350 किमी रेंज और 500 किलोग्राम वाले हथियार

पृथ्‍वी मिसाइल की रेंज 350 किलोमीटर है और यह मिसाइल 500 किलोग्राम से 1000 किलोग्राम तक के परमाणु हथियार अपने साथ ले जा सकती है।

सोमवार को हुए टेस्‍ट से पहले 12 अक्‍टूबर 2009 को भी एक ट्विन टेस्‍ट किया गया था और उस समय भी टेस्‍ट सफल रहा था।

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डीआरडीओ वैज्ञानिक मौजूद

डीआरडीओ के एक वैज्ञानिक की ओर से बताया गया कि इन मिसाइलों को कुछ चुनिंदा वजहों से चुना गया है।

मिसाइल में दो इंजन है और डीआरडीओ वैज्ञानिकों की देखरेख में इन टेस्‍ट्स को अंजाम दिया गया। सूत्रों की ओर से दी गई

जानकारी के मुताबिक मिसाइल के रास्‍ते में ओडिशा के कोस्‍ट पर मौजूद टेलीमेट्री स्टेशनों, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्‍टम और डीआरडीओ रडारों से नजर रखी गई।

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वर्ष 2003 में बनी सेनाओं का हिस्‍सा

पृथ्‍वी को इंडियन आर्म्‍ड फोर्सेज में वर्ष 2003 में शामिल कर लिया गया था। नौ मीटर लंबी पृथ्वी 2 ऐसी पहली मिसाइल है जिसे डीआरडीओ ने इंटीग्रेटेड डायरेक्‍शन मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत डेवलप किया है।

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English summary
India successfully does twin trial of Prithvi missile.
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