भारत में 10 हफ्ते तक जारी रहना चाहिए लॉकडाउन, जल्दबाजी पड़ेगी भारी: ग्लोबल एक्सपर्ट
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में लॉकडाउन का ऐलान किया था। लॉकडाउन को तकरीबन एक महीने होने जा रहे हैं, लेकिन बावजूद इसके संक्रमण के मामलों में हर रोज इजाफा हो रहा है और बड़ी संख्या में लोगों की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हो रही है। 3 मई तक के लिए पीएम मोदी ने देश में लॉकडाउन का ऐलान किया है, लोग उम्मीद कर रहे हैं कि 3 मई के बाद स्थिति सामान्य की ओर लौट सकती है। लेकिन संक्रमण की दर को देखते हुए यह कह पाना मुश्किल ही है कि लोगों को लॉकडाउन से आजादी मिल सकती है। इस बीच दुनिया की शीर्ष मेडिकल जर्नल के एडिटर इन चीफ ने सुझाव दिया है भारत को लॉकडाउन खत्म करने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए।
10 हफ्ते तक लागू रखना चाहिए लॉकडाउन
द लैंसेट के एडिटर रिचर्ड हॉर्टन ने भारत को सुझाव दिया है कि भारत को अपनी रणनीति से हटना नहीं चाहिए और कम से कम 10 हफ्ते का लॉकडाउन बरकरार रखना चाहिए। एक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह महामारी हर देश से हमेशा के लिए नहीं चली जाएगी। हमारे देश इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए सही कदम उठा रहे हैं। अगर भारत में लॉकडाउन सफल होता है तो आप देखेंगे कि 10 हफ्तों के बाद इसमे संक्रमण में कमी आएगी। अगर 10 हफ्ते के बाद यह संक्रमण फैलने से रुक जाता है तो स्थिति सामान्य की ओर लौट सकती है।
जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए
रिचर्ड ने कह मैं समझता हूं कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद भारत अपनी आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरू करना चाहता है, लेकिन इसकी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। अगर लॉकडाउन को खत्म करने में जल्दबाजी की गई तो कोरोना वायरस संक्रमण विस्तार का एक नया दौर फिर से शुरू हो जाएगा और यह पहले से भी ज्यादा बदतर होगा। ऐसी स्थिति में आपको फिर से शुरू से यह सब करना पड़ेगा, जहां से आपने शुरुआत की थी। आपने लॉकडाउन मे काफी कुछ दांव पर लगाया है, लिहाजा इसे बर्बाद मत होने दीजिए। इसे लागू रहने दीजिए, कम से कम 10 हफ्तों तक लॉकडाउन को चलने दीजिए।
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आखिर 10 हफ्ते का लॉकडाउन ही क्यों?
आखिर क्यों रिचर्ड ने 10 हफ्तों के लॉकडाउन पर जोर दिया, इसपर उन्होंने कहा कि चीन के वुहान में लॉकडाउन का 10 हफ्ते तक सख्ती से पालन किया गया और कोरोना संक्रमण को फैलने पर यहां की सरकार ने सफलता हासिल की है। वुहान में 23 जनवरी को लॉकडाउन किया गया, 10 हफ्तों तक यह चला और यहां वायरस को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया। अब यहां हालात सामान्य हो गए हैं। यहां यह समझने की जरूरत है कि इस वायरस का स्वरूप ही ऐसा है कि अगर आप लोगों के संपर्क में आएंगे तो यह तेजी से फैलेगा।
क्या गारंटी है 10 हफ्ते बाद खत्म होगा संक्रमण?
10 हफ्ते के लॉकडाउन के बाद क्या गारंटी है कि कोरोना वायरस का संक्रमण पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। इसपर रिचर्ड ने बताया कि उसके बाद कोरोना वायरस नहीं फैलेगा क्योंकि उसके बाद बहुत ही कम लोगों में यह वायरस बचेगा और इसकीर संक्रमण विस्तार की क्षमता काफी कम हो जाएगी। अगर हम कुछ जरूरी सावधानी के साथ आगे बढ़े तो यह बड़े स्तर पर लोगों में फैलने में सक्षम नहीं होगा। लेकिन हमे लॉकडाउन को सफल बनाए रखने के लिए टेस्टिंग और ट्रेसिंग बहुत ही कारगर हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने की जरूरत है।
21 हजार से अधिक लोग संक्रमित
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 21 हजार को पार कर गई है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने गुरुवार सुबह बताया कि देश में बीते 24 घंटों के भीतर कोरोना वायरस के 1,409 नए मामले सामने आए हैं और 41 लोगों की मौत हुई है। मंत्रालय के मुताबिक अब भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 21393 हो गई है। इसमें 16454 सक्रिय मामले हैं, 4257 लोग ठीक हो चुके हैं/ छुट्टी दे दी गई है और कुल 681 मौतें हुई हैं।
महाराष्ट्र सर्वाधिक प्रभावित
देश में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात और मध्य प्रदेश से सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र में 431 नए कोविड-19 मामले मिले हैं, जिससे कुल मामलों की संख्या 5652 हो गई है। अब तक राज्य में 269 मौतें हुई हैं। राज्य के धारावी में कोरोना वायरस के 9 नए मामले सामने आए हैं, धारावी में अब कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 189 है इसमें 12 मौतें शामिल हैं। दिल्ली में कोरोना वायरस के 92 नए मामले सामने आए हैं और 1 मौत हुई है, राजधानी में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की संख्या अब 2,248 है, मरने वालों का आंकड़ा 48 है।